प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षकों को अब नहीं मिलेगा भोजन,घर लेकर जाना होगा लंच
लंच की धनराशि डी बी टी के माध्यम से जायेगी खाते में
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात.
स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने इसी माह शुरू हो रहे बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रशिक्षण यानी एफएलएन प्रशिक्षण में एक बड़ा बदलाव किया है। डायट व बीआरसी में प्रशिक्षण हासिल करने वाले संदर्भदाताओं व शिक्षकों को भोजन व नाश्ते की बजाए उसके लिए नियत की गई धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में भेजी जाएगी। डीजी ने प्रशिक्षण के बारे में विस्तृत गाइडलाइन जारी कर दी है।
डायट में ब्लॉक स्तरीय संदर्भदाताओं का पांच दिवसीय प्रशिक्षण 25 अक्तूबर से 4 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा। दस से अधिक ब्लॉक वाले जिले में दो बैच में प्रशिक्षण आयोजित होगा जबकि बीआरसी में चार दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण 6 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच संचालित होगा। इस प्रशिक्षण में प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षामित्र समेत सभी शिक्षक प्रतिभाग करेंगे। कम्पोजिट विद्यालयों में शामिल प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक भी इसमें प्रतिभाग करेंगे। अधिकतम 50 शिक्षकों के दो बैच बनाए जाएंगे।
डायट स्तर पर संदर्भदाता प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले एआरपी व केआरपी को जलपान एवं लंच के लिए 200 रुपए प्रतिदिन एवं ब्लॉक स्तर पर शिक्षक, शिक्षामित्र एवं सदर्भदाताओं को प्रशिक्षण पूर्ण किए जाने के बाद जलपान एवं लंच के लिए 170 रुपए प्रतिदिन के अनुसार उनके खातों में भेजे जायेंगे। जलपान एवं भोजन की धनराशि खाते में अंतरित होने से अब शिक्षक भोजन व नाश्ते की गुणवत्ता को लेकर कोई सवाल नहीं खड़े कर सकेंगे। बीते सालों में प्रशिक्षण के दौरान कई ब्लॉकों में भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े हुए थे। परेशानी उन शिक्षकों को होगी जो दूरदराज से आएंगे। प्रशिक्षण सुबह साढ़े नौ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक होगा। इस कारण उन्हें सुबह नाश्ता करके व लंच का टिफिन साथ लेकर घर से निकलना होगा।