औरैया सहित विभिन्न कस्बों में गमगीन माहौल में निकाले गये ताजिया

कलाकारों ने अखाड़ा में दिखाएं युद्ध के करतब, ताजिए कर्बला में हुए सुपुर्द-ए-खाक
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
29 जुलाई 2023
#औरैया।
मोहर्रम के अवसर पर शनिवार को औरैया व कस्बा खानपुर सहित जिले के विभिन्न कस्बों में गमगीन माहौल में ताजिया निकाले गये। कर्बला की जंग में मारे गये इमाम मोहम्मद हुसैन सहित 6 दर्जन बलदानियों को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नम आंखों से याद किया।ताजिया भ्रमण के बाद पुनः अपने-अपने निर्धारित स्थान पर पहुंचे, जहां पर उन्हें कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान अखाडा में समाज के कलाकार लोगों ने लकड़ी आदि चलाकर अपने करतब दिखाए। यह नजारा देखने के लिए छतों पर महिलाओं एवं बच्चों की भीड़ जमा रही।ताजियों का लोगों ने जगह-जगह स्वागत भी किया। इस दौरान जनपद में पुलिस व्यवस्था चाक-चौबंद रही।

शहर के मोहल्ला बजरिया मस्जिद से लतीफ खां, वसीम खां व बबलू वारसी मस्जिद तथा बघाकटरा से नवाब एवं वहीद तथा लतीफ के नेतृत्व में एवं सरांय से भी गमगीन माहौल में ताजिया निकाले गये। इसी तरह से कस्बा खानपुर से सईद आरा मशीन वाले, सईद मिस्त्री, मुवीन, हसमत, उमर फारूख आदि के नेतृत्व में पांच ताजिया जुलूस मातम के साथ गमगीन माहौल में निकाला गया। कस्बा खानपुर की हुसैनी मस्जिद पर आये हुए लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की गई। मेमरान मस्जिद पर हमेशा लंगर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। ताजिया जुलूस में मुस्लिम समुदाय के लोगों की काफी भीड़ रही। यह ताजिया निर्धारित मार्गों पर घूमते हुए पुनः अपने-अपने निर्धारित स्थान पर पहुंचे। ताजियों को कर्बला में गमगीन माहौल में सुपुर्द-ए-खाक कब दिया गया। ताजिया एवं लंगर में कस्बा खानपुर निवासी अकील खां, जाहिद खां, असलम खां, फजल खां, इरफान खां, इरशाद खां व शानू भाई आदि के अलावा अन्य लोगों का विशेष सहयोग रहा। आपको बताते चलें कि कर्बला की जंग में मारे गये मोहम्मद इमाम हुसैन सहित 6 दर्जन बलिदानियों को याद किया गया। इसी तरह से जनपद के विभिन्न कस्बों दिबियापुर, कंचौसी, सहार, बेला, बिधूना, एरवाकटरा, अछल्दा, फफूँद, अजीतमल, बाबरपुर एवं अयाना आदि से भी ताजिया जुलूस निकाले जाने के समाचार प्राप्त हुए हैं। जुलूस के दौरान जिले में पुलिस व्यवस्था पूरी तरह से सतर्कता के साथ चुस्त-दुरुस्त रही। वही कहीं भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना घटित नहीं हुई। इसके साथ ही त्यौहार हंसी खुशी के वातावरण में संपन्न हो गया।