उत्तर प्रदेशलखनऊ

प्राचीन गुरूओं की भॉति समंपिंत होकर दायित्व निवांह करे तभी भारत विश्व गुरु बनेगा

ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात

पुखरायॉ

गुरुवंदन दायित्व के पुनर्बोध का अवसर है यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संपर्क प्रमुख डा.घनश्याम अग्निहोत्री ने राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ कीa अमरौधा व मलासा इकाई द्वारा स्थानीय राम स्वरूप ग्राम उद्योग इंटर कालेज में शुक्रवार को आयोजित गुरू वंदन कार्यक्रम में कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत में गुरुओं की गौरवशाली परंपरा का इतिहास है। राम कृष्ण से लेकर चंद्रगुप्त विवेकानंद तक बनाने में गुरुओं की भूमिका है। गुरु ही सामान्य को असामान्य ऊँचाई पर ले जाते है।आज के युग के शिक्षक राष्ट्रीय भावना से पोषण करते हुए प्राचीन गुरूओं की भांति समर्पित होकर दायित्व निर्वहन करें तभी भारत विश्वगुरू बनेगा।
महासंघ के प्रदेशमंत्री प्रदीप तिवारी ने कहा कि महासंंघ गुरुओं के खोए गौरव को पाने के लिए अधिकारों के साथ कर्तव्य की बात करता है।
बीईओ आनंद भूषण ने कहा कि बेसिक के शिक्षक देश की बुनियाद तैयार करते है उनकी भूमिका राष्ट्र निर्माण में महती है।
इस अवसर पर अवकाश प्राप्त शिक्षक श्री कांत द्विवेदी, राजेन्द्र सिंह,प्रयाग नारायण ,सुरेंद्र बाबू,नायाब हुसैन का अभिनंदन के साथ सभी शिक्षको का तिलक कर वंदन किया गया।
इस अवसर पर जिला संगठन मंत्री अनन्त त्रिवेदी,कार्यकारी अध्यक्ष मनोज शुक्ला ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि द्विवेदी, कोषाध्यक्ष सुनील सचान,प्रवक्ता अजय गुप्ता, अमरौधा ब्लाक अध्यक्ष नीरज गुप्ता मलासा अध्यक्ष महेन्द्र, डा.अभयदीप मिश्रा, नीरज शर्मा, नरेन्द्रसिंह दोहरे, अंकुर पुरवार, अंजली,अवधेश,अल्पना, योगेन्द्र, ममता,ऋचा,मनोज,निशांत,योगेन्द्र,मनीष,पियूष
दिनेश आदि रहे।

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