क्यों ना हों हादसे?-डग्गामारी व ओवरलोडिंग पर नहीं अंकुश

कोतवाली व चौकी के बाहर से भी ओवरलोड सवारियां भरकर गुजरते वाहन
चौराहों पर लगे यातायात कर्मी व सुरक्षाकर्मियों के सामने ठूंस-ठूंस कर भरी जाती सवारियां
जीटी-70017,राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
21 मई 2023
#औरैया।
आखिर सड़क हादसे क्यों ना हों? डग्गामारी व ओवरलोडिंग पर पुलिस प्रशासन अंकुश लगाने में विफल है। प्रशासनिक अधिकारियों के सामने वाहन चालक ओवरलोड सवारियां भरकर निकलते हैं। इतना ही नहीं कोतवाली, थाने व चौकी के सामने से अधिक सवारियां भरकर निकलने में वाहन चालक संकोच नहीं करते हैं। बड़ी घटना के बाद कुछ दिनों तक प्रशासनिक अधिकारियों की तत्परता दिखाई देती है। बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। चालकों की मनमानी शुरू हो जाती है।
शासन की ओर से सड़क हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में कमी लाने के लिए ओवरलोड व डग्गामारी पर लगाम लगाने के लिए कई बार अभियान चलाया गया। आला अधिकारियों के निर्देश पर कई वाहनों को सीज किया गया। सैकड़ों वाहनों के चालान किये गये। वाहनों पर सवारी अधिक ना बैठ सकें। इसलिए उनमें लगे लोहे के अतिरिक्त एंगिल को हटवाया गया। ड्राइवर सीट के बगल में लगे एंगल भी कटवाए गये। पुलिस की कार्यवाही के बाद कुछ दिनों तक वाहनों की ओवरलोडिंग पर अंकुश लगा। लेकिन धीरे-धीरे फिर से व्यवस्थाएं सामान्य होने लगीं। क्षमता से कई गुनी सवारियां भरकर सड़कों पर ऑटो फर्राटा भरते हैं। चौराहों पर लगे सुरक्षाकर्मियों का चालकों पर कोई अंकुश नहीं है। पुलिस कर्मियों की बात छोड़ो, कोतवाली व चौकी के बाहर से ओवरलोड सवारियां भरकर ऑटो चालक बेफिक्र होकर निकलते हैं। कई बार वाहन चालकों की लापरवाही सवारियों की जान पर भारी पड़ जाती है। देखना है कि ओवरलोडिंग पर कब तक लगाम लगेगी।