आजादी के बाद पहली बार बना वैश्य समाज का पालिकाध्यक्ष

शहर की जनता ने अनूप को समर्थन देकर अध्यक्ष चुन लिया
अनूप को नगरपालिका अध्यक्ष चुने जाने पर खुशी से झूम उठा वैश्य समाज
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
13 मई 2023
#औरैया।
आजादी के बाद जनपद की इकलौती नगर पालिका गठन के बाद पहली बार वैश्य समाज का नगर पालिका अध्यक्ष चुना गया है। लगातार सभी चुनाव में वैश्य समाज अन्य प्रत्याशी का समर्थन करता चला आ रहा है। वैश्य समाज को इस बार भारी प्रसन्नता है। नगर की जनता ने इस बार सपा उम्मीदवार अनूप गुप्ता को भरपूर समर्थन देकर कुछ करने का अवसर प्रदान किया है। अनूप गुप्ता ने अपने प्रतिद्वंदी को पछाड़ दिया वही भाजपा के दावों की हवा निकाल दी।

नगर पालिका परिषद औरैया का पहला चुनाव वर्ष 1952 में हुआ था। जिसमें पहली बार अंबिका प्रसाद चतुर्वेदी पालिकाध्यक्ष चुने गये। इसके बाद अगली पंचवर्षीय के लिए किशन चंद भार्गव अध्यक्ष पद पर चुन लिए गये। तदुपरांत पुनः अंबिका प्रसाद चतुर्वेदी के बाद पुनः किशन चंद भार्गव पालिकाध्यक्ष चुने गये। इसके बाद 17 वर्षों तक पूरे प्रदेश में नगरपालिका भंग रही। इसके पश्चात वर्ष 1988 में चुनाव हुआ, जिसमें जनता के द्वारा धर्मेश दुबे को नगर पालिकाध्यक्ष चुन लिया गया। इसके बाद अरविंद शुक्ला ने अपनी जीत दर्ज कराई। इनके उपरांत रामजी शुक्ला पालिकाध्यक्ष चुने गये।

तदोपरांत पूर्व चेयरमैन अरविंद शुक्ला की पत्नी रत्ना शुक्ला को जनता ने चुन लिया। इसके बाद पूर्व चेयरमैन रहे रामजी शुक्ला की पत्नी नरेंद्र कौर नगर पालिका परिषद की कुर्सी पर आसीन हुई। उपरोक्त चुनाव में अनूप गुप्ता भी अपनी किस्मत आजमाते रहे, लेकिन उन्हें कतिपय कारणों से हार का सामना करना पड़ा। इसके उपरांत सीट अनुसूचित जाति हो जाने के कारण अनूप गुप्ता चुनाव नहीं लड़ सके। इस दौर में निवर्तमान गायत्री देवी नगरपालिका परिषद की अध्यक्ष रही। वर्ष 2023 के चुनाव में शहर की जनता ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अनूप गुप्ता के ऊपर अपना भरोसा जताते हुए भारी मतों से जिताकर पालिकाध्यक्ष चुन लिया है। इसको लेकर शहर के तमाम समर्थकों एवं वैश्य समाज में खुशी की लहर दौड़ गई। एवं विपक्षी खेमों में मायूसी छा गई।

इनसैट–
नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद प्रत्याशियों को मिले मत

औरैया। नगर निकाय सामान्य निर्वाचन की नगरपालिका परिषद मतगणना शनिवार 13 मई 2023 को स्थानीय तिलक इंटर कॉलेज में सकुशल संपन्न हुई। जिसमें राजनैतिक दलों के अलावा निर्दलीय प्रत्याशी भी अपना भाग्य आजमा रहे थे। मतगणना के दौरान समाजवादी पार्टी के समाजसेवी अनूप गुप्ता ने विजयश्री का वरण किया है।
चुनाव परिणाम के अनुसार समाजवादी पार्टी प्रत्याशी अनूप गुप्ता को 17 हजार 786 मत मिले। बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी अशोक कुमार को 1 हजार 5 वोट मिले। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस प्रत्याशी दिलीप तिवारी को 228 मत प्राप्त हुए, आम आदमी पार्टी प्रत्याशी रवि कांत बाजपेई को 151 मत हासिल हुए, भारतीय जनता पार्टी से राम कुमार उर्फ राज कुमार दुबे को 9 हजार 910 मतों पर संतोष करना पड़ा और वह तीसरे स्थान पर रहे। इसी तरह से निर्दलीय प्रत्याशी अजय कुमार बाजपेई को 32 वोट मिले, जबकि उमेश सिंह को 09 वोट मिले, वही गोपाल बाबू को 381 मत प्राप्त हुए। श्रीमती मेघा को 94 मत हासिल हुए, समाजसेवी लालजी शुक्ला को 10 हजार 487 वोट मिले और वह दूसरे स्थान पर रहे। उन्होंने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इसी तरह से श्यामसुंदर को 19 मत प्राप्त हुए, पुष्पा गुप्ता को 299 लोगों का वोट मिला। अंतिम निर्दलीय प्रत्याशी सुलेखा को 15 मतों से ही संतोष करना पड़ा।समाजसेवी अनूप गुप्ता ने 7 हजार 299 मतों से निर्दलीय प्रत्याशी समाजसेवी लाल जी शुक्ला को शिकस्त दी है। जबकि भाजपा प्रत्याशी राजकुमार दुबे को पीछे छोड़ दिया। मतगणना के दौरान जहां एक और जिला प्रशासन पैनी निगाह गडाये रहा, वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन निष्पक्ष व निर्भीक चुनाव कराए जाने चुनाव कराए जाने को लेकर अलर्ट मूड में रहा। मतगणना स्थल पर एलआईयू विभाग की भी पैनी नजर रही। निष्पक्ष चुनाव एवं मतगणना कराए जाने को लेकर तमाम पत्रकार बंधुओं ने जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की सराहना करते वह कहा है कि प्रशासन ने निष्पक्षता को लेकर जनता भरोसा जीता है एवं सही अर्थों में अपने दायित्व का निर्वहन किया है, जो तारीफ के काबिल है।