जीवन में गुरु बहुत आवश्यक है !

ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
पुखरायॉ
कस्बे के बर्तन बाजार स्थित श्री हनुमान बाल सेवा समिति द्वारा कराई जा रही
श्री राम कथा के चौथे दिवस में चित्रकूट धाम से पधारे परम पूज्य संत श्री विमलेश त्रिवेदी जी द्वारा भगवान श्री राम की कथा का प्रवचन करते हुए भगवान राम की बाल लीला का वर्णन किया तथा भगवान राम गुरुकुल प्रवेश की कथा का वर्णन करते हुए बताया चाहे भगवान श्रीराम हूं श्रीकृष्ण हो गुरु की आवश्यकता सभी को पड़ती है क्योंकि यह जीव बिना गुरु के जीवन भवसागर के पार नहीं जा सकता इसलिए सभी मनुष्य को किसी ना किसी संत की शरण में जाकर गुरु दीक्षा ग्रहण करनी चाहिए उन्होंने आगे बताया भगवान राम विद्या अध्ययन करने के बाद अयोध्या जी वापस आए तो उन्होंने मातृ देवो भव पितृ देवो भव केवल वाणी से कहा नहीं बल्कि करके दिखलाया प्रातः काल उठे रघुनाथा मात पिता गुरु ना वही माथा वही महात्मा गांधी ने भी कहा है कि सुमन ज्ञान से अच्छा एक तोला आचरण अच्छा है मनुष्य के पास ज्ञान कितना भी हो परंतु ज्ञान का आचरण वही है तो सारा ज्ञान व्यर्थ है जो जो ज्ञान दूसरे को आकर्षित करने के लिए एकत्रित किया जाता है तो वह ज्ञान सिर का बोझ बन जाता है परंतु वही ज्ञान जब आचरण में उतार लिया जाए तो वह शरीर का आभूषण बन जाता है अतः हम सभी मनुष्यों को ज्ञान का आदर करना चाहिए और अपने जीवन के आचरण में उतारना चाहिए इसीलिए जीवन में गुरु का होना बहुत जरूरी है वही आगे कथा में वर्णन करते हुए विश्वामित्र यज्ञ की कथा का सुंदर वर्णन सुनाया गया इस मौके पर मधुर वाणी सुनकर सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए और जय श्रीराम के उद्घोष करने लगे इस अवसर पर परीक्षित ध्रुव बिन्नी बालमुकुंद श्याम जी चंदन लल्लू संजय गुप्ता विजय कुमार विनय सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे