उत्तर प्रदेशलखनऊ

खुले आसमान के नीचे परिवार सहित जिंदगी बसर कर रहा दिव्यांग

2 माह पहले कच्ची छत ढही आश्वासन के बाद भी नहीं मिला मुआवजा

जीटी-70017 राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो चीफ औरैया।
7 अप्रैल 2023

#बिधूना,औरैया।

सरांय प्रथम गांव का बेघर भूमिहीन दिव्यांग परिवार समेत खुले आसमान के नीचे भारी तकलीफें उठाते हुए जिंदगी कर रहा बसर। 2 माह पहले कच्चे मकान की छत थी ढही बाल बाल बचा था परिवार। तहसील अधिकारियों द्वारा पीड़ित को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिए जाने के बाद आज तक नहीं मिला मुआवजा। आवास के नाम पर 30000 रुपए सुविधा शुल्क न दे पाने के कारण ठहराया गया था अपात्र। पीड़ित ने जल्द आवास व मुआवजा न मिलने पर परिवार समेत भूख हड़ताल की दी चेतावनी।
बिधूना विकासखंड की ग्राम पंचायत सरायं प्रथम निवासी विकलांग भूमि हीन बेघर आलम पुत्र सलीम ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व मंडलायुक्त कानपुर को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि उसकी ग्राम पंचायत के संबंधित प्रधान की 30000 रुपए सुविधा शुल्क की मांग पूरी न कर पाने के कारण उसे अपात्र ठहरा कर आवास के लाभ से वंचित कर दिया गया। इसके साथ ही पिछले लगभग 2 माह पूर्व उसके एक छोटे से कच्चे की छत भी भरभरा कर ढह गई थी जिससे उसके परिजन मामूली चुटहिल होने के साथ बड़ी अप्रिय घटना से से बच गये थे। शिकायत पर तहसील अधिकारियों द्वारा मौके पर जाकर जांच पड़ताल कर उसे पात्र बता कर मकान गिरने का मुआवजा व आवास दिलाए जाने का भी भरोसा दिया गया था किंतु लगभग 2 माह बीत जाने के बावजूद आज तक न तो उसे मुआवजा दिया गया है और न ही उसे आवास दिया गया है जिससे उसका परिवार खुले आसमान के नीचे जिंदगी बसर कर बेहद तकलीफें भुगत रहा है। पीड़ित ने शिकायती पत्र में कहा है कि यदि उसे जल्द मकान की क्षतिपूर्ति के साथ उसकी पात्रता के आधार पर आवास न दिलाया गया तो वह परिवार समेत तहसील कार्यालय बिधूना पर भूख हड़ताल शुरू करने को मजबूर हो जाएगा।

Global Times 7

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