उत्तर प्रदेशलखनऊ

कल अप लाइन एवम आज डाउन लाइन में इलेक्ट्रिक लोको का परिचालन कर सफल परीक्षण किया गया।

ईडीएफसी ने न्यू भीमसेन से न्यू भाऊपुर स्टेशन तक नवनिर्मित डबल रेल लाइन ट्रैक पर इलेक्ट्रिक लोको का परिचालन कर सफल परीक्षण किया।

कल अप लाइन एवम आज डाउन लाइन में इलेक्ट्रिक लोको का परिचालन कर सफल परीक्षण किया गया।

ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज़ नेटवर्क टीम
रिजवान खान
अकबरपुर

कानपूर नगर _ ईडीएफसी ने कानपुर नगर जिले में न्यू भीमसेन स्टेशन से न्यू भाऊपुर स्टेशन तक लिंक नव निर्मित डबल रेल लाइन के ट्रैक पर इलेक्ट्रिक लोको द्वारा मालगाड़ियों का संचालन कर परीक्षण किया । इस सेक्शन में डीएफसी ने न्यू भीमसेन स्टेशन से न्यू भाऊपुर स्टेशन के बीच में ब्रिज न.772 जो नेशनल हाइवे के ऊपर है एव ब्रिज न.735 जो घाटमपुर हाइवे के ऊपर है एवम ब्रिज न.756 जो झांसी रेलवे लाइन के ऊपर रेल फ्लाईओवर बनाया गया है न्यू भाऊपुर से न्यू भीमसेन स्टेशन तक करीब 23 किलोमीटर का ट्रैक तैयार हो चुका है जिसमे सिविल, विद्युत कार्य पूर्ण, सिंगनल परीक्षण प्रगति पर है सिंगनल टेस्टिंग पूरी होने के बाद इस रूट में नियमित मालगाड़िया शुरू होगी।
डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यह उच्च गति और उच्च क्षमता वाले विश्वस्तरीय तकनीक के अनुसार बनाया जाने वाला रेलमार्ग हैं। जिसे विशेष तौर पर माल एवं वस्तुओं के परिवहन हेतु बनाया जाता हैं। डीएफसी मे बेहतर बुनियादी ढांचे और साथ ही अत्याधुनिक प्राधौगिकी का एकीकरण शामिल होता हैं।
ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर यह डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पंजाब के लुधियाना से होकर पश्चिम बंगाल के दनकुनी तक संबंध हैं। वही ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेंट डोर के मार्ग में कोयला खदानें, थर्मल पॉवर प्लांट और औद्योगिक शहर मौजूद हैं। इसके मार्ग में पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड,वेस्ट बंगाल शामिल हैं। इस परियोजना का अधिकांश हिस्सा विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित हैं। डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर भारत के परिवहन क्षेत्र में सुधार करेगा और भारतीय रेलवे के ट्रैक मार्गो की क्षमता में बढ़ोतरी करेगा क्योंकि इस मार्ग पर मालगाड़ियों को बिना किसी बाध्यता के स्वतंत्र रूप से आवगमन करेंगी। वर्तमान में भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चलने वाली लगभग 70 प्रतिशत माल गाड़ी डेडीकेटेड फ्रेंट कॉरिडोर पर स्थांनातरित कर दी जायेगी जिसके बाद यात्री ट्रेनों को और अधिक रास्ता मिल सकेगा। डेडीकेटेड फ्रेंट कॉरिडोर रेल लाइन को भारतीय रेलवे की रेल लाइनों की तुलना में अधिक भार उठाने के लिए डिजाइन किया गया है जो की व्यावसायिक व व्यापारिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं इस नये फ्रेट रेल मार्ग से भारतीय रेलवे की मुख्य लाइनों पर अधिक गाड़ियां चलाई जा सकेगी जिससे भारतीय ट्रेने अधिक समयबद्ध हो सकेगी।
इसमे रसद लागत कम हो जायेगी उच्च ऊर्जा दक्षता माल की त्रिवता से आवाजाही यह पर्यावरण से अधिक अनुकूल हैं।
यह व्यापार की सुगमता प्रदान करेगा जो रोजगार सृजन मे सहायक हैं। महाप्रबंधक पश्चिम अनुराग यादव ने बताया की न्यू कानपुर स्टेशन से न्यू भीमसेन स्टेशन तक नवनिर्मित डबल रेल लाइन ट्रैक पर आज पहली मालगाड़ी का संचालन कर सफल परीक्षण किया गया है 2 मार्च को उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियो के निरीक्षण करने के बाद इस रूट में न्यू दादरी स्टेशन से न्यू चुनार स्टेशन तक मालगाड़ियों का संचालन होगा। इस दौरान महाप्रबंधक पश्चिम अनुराग यादव एवम डिप्टी सीपीएम इंजीनियरिंग वेस्ट प्रवीन कुमार पाठक,महाप्रबंधक एसएनटी अर्जुन सिंह तोमर ,महाप्रबंधक इलेक्ट्रिकल अमित सेंगर सिस्ट्रा के टीम लीडर कमल शर्मा, एलएनटी के प्रोजेक्ट मैनेजर कुनाल मुखर्जी एवम,जीएमआर के सीपीएम श्रीकृष्णा आदि लोग मौजूद रहे।
न्यू भाऊपुर से न्यू भीमसेन स्टेशन तक नवनिर्मित डबल रेल लाइन ट्रैक पर कल अप लाइन एवम आज डाउन लाइन पर मालगाड़ी का संचालन किया गया है 2 मार्च को उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण करने के बाद इस रूट में न्यू दादरी से न्यू चुनार स्टेशन तक मॉलगाड़ियों का परिचालन होगा ।

Global Times 7

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