सपा विधायक प्रदीप यादव को पुलिस ने किया नजरबंद

ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला ब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा औरैया।
औरैया। विधानसभा से सपा विधायक प्रदीप यादव को कानपुर देहात जिले में सोमवार को हुई घटना को लेकर जाते समय भारी पुलिस बल की मौजूदगी में उन्हें रोका गया। इसके साथ ही वह खुद हाईवे पर बैठ गये। जिसके बाद पुलिस ने अपनी हिरासत में लेकर एसपी आवास पहुंचाया। जहां एसपी ने मीडिया को बताया कि उन्हें संवाद के लिए लाया गया है, और लाइन ऑर्डर न बिगड़े इसलिए रोका गया था।
कानपुर देहात जिले में कब्जा हटने गई राजस्व की टीम और बुलडोजर चलने के बाद एक मकान के भीतर माँ बेटी की जलकर दर्दनाक मौत हो गई थी। इस कांड के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत ने हवा बदली तो विपक्ष ने आरोप प्रत्यारोप लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा कमेटी बनाई गई, जिसमें पार्टी के विधायकों को घटना स्थल पर पहुंचने को कहा गया। वही कमेटी में शामिल दिबियापुर विधानसभा से सपा विधायक प्रदीप यादव को भी घटना स्थल पर पहुंचना था। इसी के चलते दिबियापुर बिधायक कानपुर देहात जा रहे थे। तभी औरैया पुलिस ने कानपुर देहात जाने से पहले हाईवे पर ही रोक लिया। पुलिस द्वारा रोके जाने से नाराज विधायक नेशनल हाइवे पर धरने पर ही बैठ गए। जिसके बाद औरैया पुलिस द्वारा सपा विधायक को अपनी अभिरक्षा में ले कर एसपी कैम्प कार्यालय में पहुंचाया गया। जहां मीडिया के पहुंच जाने पर विधायक को देवकली चैकी क्षेत्र में पहुंचा कर नजर बंद कर दिया गया। सपा विधायक ने इस घटना को लेकर आरोप लगाया कि आज अघोषित इमरजेंसी है जहां किसी नेता को, कार्यकर्ता को एवं जनता को बोलने नहीं दिया जा रहा है। कहा प्रदेश में केवल हिन्दू, मुसलमान, हिंदुस्तान पाकिस्तान हमेशा इन्ही पर बात की जाती है। कहा कि वर्ष 2024 का चुनाव आ रहा है इसलिए समाजवादी पार्टी के जितने विधायक नेता है उनको इतना दबाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। अडानी की जांच को लेकर भी कहा कि अगर अडानी देश से भाग गए तो इसमें दिक्कत क्या है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि विधायक को अभिरक्षा में नहीं लिया गया था जबकि उन्हें वार्ता के लिए बुलाया गया था।