उत्तर प्रदेशलखनऊ

अदालत का हुआ सफ़ल आयोजन

ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर देहात
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली तथा उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों के अनुक्रम में कोविड-19 प्रोटोकाल के नियमों का पालन करते हुए आज दिनांक 12.11.2022 को माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री लालचन्द्र गुप्ता एवं पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, श्री देवराज प्रसाद सिंह द्वारा सिविल न्यायालय जनपद कानपुर देहात स्थित परिसर में माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप-प्रज्वलन कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ किया गया, जिसमें समस्त न्यायिक अधिकारीगण एवं बार के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती संगीता, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कानपुर देहात द्वारा किया गया। कार्यक्रम में माननीय जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, द्वारा अधिक से अधिक वादों के निस्तारण हेतु दिशा-निर्देश दिये गये। वादकारियों को मास्क व सेनेटाइजर का वितरण किया गया।
आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में कानपुर देहात के समस्त 06 तहसीलों द्वारा अपनी-अपनी तहसीलों में लोक अदालत का आयोजन किया गया जिसमें राजस्व एवं अन्य प्रकृति के वादों को निस्तारण हेतु लगाया गया, जिसमें तहसीलों द्वारा 8648 वाद लगाये गये तथा 8648 वादों का निस्तारण किया गया। तथा जनपद न्यायालय के क्षेत्राधिकार में आने वाले 02 तहसील घाटमपुर द्वारा 3860 व बिल्हौर द्वारा 4015 वादों का निस्तारण किया गया। इस प्रकार समस्त तहसीलों से द्वारा 16523 वादों का निस्तारण किया गया।
श्री लालचन्द्र गुप्ता- माननीय जनपद न्यायाधीश, कानपुर देहात द्वारा 50 वाद लगाये गये तथा 20 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें कुल रुपया 12,61,771/- की वसूली की गयी।
डॉ शालिनी सिंह, अपर प्रधान पारिवारिक न्यायालय, कानपुर देहात के कुशल मार्गदर्शन में 12 दम्पतियों के बीच सुलह-समझौता कर उन्हें विदा किया गया एवं उनके द्वारा 69 वाद लगाये गये जिसमें से कुल 42 वादों का निस्तारण किया गया।
श्री देवराज प्रसाद सिंह, माननीय पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, कानपुर देहात द्वारा मोटर दुर्घटना के 100 वाद लगाये गये तथा 36 वादों का निस्तारण किया गया। जिसमें कुल रुपया 2,15,39,000/- की क्षतिपूर्ति प्रदान की गयी।
श्री अमरजीत, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश -चतुर्थ द्वारा 220 वाद लगाये गये तथा 191 वाद निस्तारित किये गये। रुपये 44,29,359/- की वसूली की गयी।
श्री शिवा नन्द, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा 18337 वाद लगाये गये तथा 2144 वाद निस्तारित किये गये एवं रुपये 3,54,125/- की वसूली की गयी।
श्रीमती अलुंकृता शक्ति त्रिपाठी, सिविल जज वरिष्ठ वर्ग द्वारा 34 वाद लगाये गये तथा 15 वाद निस्तारित किये गये एवं रुपये 66,07,998/- के उत्तराधिकार प्रमाणपत्र जारी किये गये।
श्री अनुराग, न्यायिक मजिस्ट्रेट, बाह्य न्यायालय, घाटमपुर द्वारा 630 वाद लगाये गये तथा 530वाद निस्तारित किये गये एवं रुपये 12,920/- की वसूली की गयी।
श्री राशि तोमर, न्यायिक मजिस्ट्रेट, बाह्य न्यायालय, भोगनीपुर द्वारा 250 वाद लगाये गये तथा 207वाद निस्तारित किये गये एवं रुपये 10,350/- की वसूली की गयी।
बैंक रिकवरी के 12963 वाद लगाये गये जिसमें से 1139 वादों का निस्तारण करते हुए कुल रुपया 1,14,10,404/- बैंक रिकवरी की गयी।
इस प्रकार आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद, पारिवारिक विवादों से सम्बन्धित घरेलू हिंसा, व्यावहारिक वाद, उत्तराधिकार वाद, राजस्व वाद तथा लघु फौजदारी तथा अन्य लंबित वादों का निस्तारण करते हुए कुल 31729 वाद निस्तारित किये गये तथा रुपये 4,53,74,300,/- की धनराशि अर्थदण्ड के रूप में वसूल की गयी व क्षतिपूर्ति दिलायी गयी।
माननीय जनपद न्यायाधीश अध्यक्ष महोदय श्री लालचन्द्र गुप्ता के कुशल निर्देशन में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया।

Global Times 7

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