शहर में आस्थाई आक्रमण ने फिर पसारे पैर नगर पालिका प्रशासन बेसुध

शहर के मेन बाजारों के अलावा सड़कों पर सुबह होते ही पसर जाता अतिक्रमण
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला संवाददाता राम प्रकाश शर्मा औरैया।
औरैया। नगर पालिका परिषद द्वारा समय-समय पर आस्थाई आक्रमण को हटाने के नाम महज खानापूर्ति कर इतिश्री कर ली जाती है। एक तरफ अतिक्रमण हटाया जाता है तो दूसरी ओर अतिक्रमण होना शुरू हो जाता है। कड़ी कार्रवाई नहीं होने के कारण आक्रमणकारी बाजारों से लेकर फुटपाथ पर बेहिचक अतिक्रमण कर लेते हैं, जिससे आने-जाने वालों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। वहीं दूसरी ओर मार्ग दुर्घटनाओं में भी इजाफा होता है। पालिका प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने के कारण आक्रमणकारी पुनः अतिक्रमण कर लेते हैं। इस समस्या से आम जनमानस को निजात मिलती नजर नहीं आ रही है।
शहर में आस्थाई अतिक्रमण की समस्या नई नहीं है। यह समस्या अनवरत बनी रहती है। पालिका प्रशासन भले ही खानापूर्ति कर आक्रमण हटाने का ढिंढोरा पीटता हो, लेकिन इस समस्या से आम जनमानस को छुटकारा नहीं मिल रहा है। जिसके चलते दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी होती जा रही है। संकुचित जगह होने के कारण दो पहिया एवं चार पहिया वाहनों के आवागमन में भी काफी परेशानियां होती रहती है, यहां तक की जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। जिससे लोग जाम में फस कर परेशान तो होते ही है वहीं दूसरी ओर उनका बेशकीमती समय भी बर्बाद होता है। शहर के मेन बाजार होमगंज, फूलगंज, महिला मार्केट, गौशाला रोड के अलावा इटावा रोड, जालौन रोड, देवकली रोड, कानपुर रोड, दिबियापुर रोड, फफूँद रोड व संजय के गेट रोड पर सुबह होते ही अतिक्रमण का नजारा देखा जा सकता है। बाजारों एवं सड़क के फुटपाथों पर आस्थाई अतिक्रमण के कारण जगत सिमट कर रह जाती है, जिससे लोगों एवं राहगीरों को आने-जाने में बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है। वही दुपहिया व चार पहिया वाहन नहीं निकल पाने के कारण जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जिसके कारण लोग जाम में फसकर अपना बेशकीमती समय बर्बाद करने पर मजबूर हो जाते हैं। नगर पालिका परिषद द्वारा समय-समय पर आस्थाई अतिक्रमण हटाने के लिए जद्दोजहद किया जाता है, लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात जैसा ही रहता है। एक तरफ पालिका प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाया जाता है, तो दूसरी तरफ संबंधित दुकानदार पालिका कर्मचारियों व पुलिस प्रशासन के जाते ही पुनः अतिक्रमण कर लेते हैं, जिससे समस्या से निजात नहीं मिलकर जस की तस बनी रहती है। पालिका प्रशासन को आस्थाई अतिक्रमण हटाने के लिए सख्त कार्रवाई अमल में लाने की महती आवश्यकता है, जिससे अतिक्रमणकारी पुनः आस्थाई अतिक्रमण ना कर सके। शहर के तमाम जागरूक लोगों ने अतिक्रमण से स्थाई निजात दिलाए जाने की मांग की है। देखना है कि पालिका प्रशासन इस ओर क्या कदम उठाता है?