उत्तर प्रदेशलखनऊ

वृंदावन के बांकेबिहारी मंदिर में बड़ा हादसा, मंगला आरती में भीड़ के दबाव में दो श्रद्धालुओं की मौत

मथुरा का शासन और पुलिस प्रशासन हुआ नाकाम किसकी होगी मृतकों की जवावदेही

मथुरा का पुलिस प्रशासन था वीआइपीओ में मस्त आम जनता की कोई खबर नहीं

मुकेश कुमार गुप्ता

ग्लोबल टाइम्स -7
डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क

(मथुरा यूपी)

मथुरा /वृंदावन ।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में होने वाली मंगला आरती के समय उमड़ी भारी भीड़ के दबाव के कारण बड़ा हादसा हो गया। भीड़ के कारण हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सात घायल बताए गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के वक्त मंदिर परिसर में जिले के आला अफसर भी मौजूद थे। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बांकेबिहारी मंदिर में रात 1.55 बजे मंगला आरती होती है। यह आयोजन वर्ष में सिर्फ एक बार ही होता है। मंगला आरती के दर्शन के लिए शुक्रवार की रात मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु पहुंच गए। मंदिर में श्रद्धालुओं की क्षमता से कई गुना अधिक लोग होने के कारण भीड़ का दबाव बढ़ गया।इसी दौरान मंदिर के गेट नंबर एक और चार पर भीड़ के दबाव के चलते दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणि बिहार कॉलोनी निवासी और मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा (65) की मौत हुई है। परिजनों ने शवों को पोस्टमार्टम नहीं कराया। परिजन शनिवार की सुबह शवों को लेकर घर चले गए। मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी , नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था।

हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैय्या अस्पताल भेजा गया।वीआइपी को दर्शन कराने में व्यस्त रहा प्रशासन, बढ़ती भीड़ के दबाव के कारण चली गई दो की जान भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा के वृदावन में शुक्रवार आधी रात के बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बड़ा हादसा गंभीर प्रशासनिक चूक माना जा रहा है। यहां पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर लम्बे समय से चल रही प्रशासन की तैयारी की पोल अधिकारियों के रिश्तेदारों को विशेष दर्शन कराने के कारण खुल गई।वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में मंगला आरती के दौरान श्रद्धालुओं का ऐसा रेला मंदिर में पहुंचा कि दम घुटने से दो लोगों की मौत हो गई। दो लोगों की मौत के साथ आठ-नौ के घायल होने के प्रकरण में चूक के कारण तलाशे जाने की तैयारी भी की जा रही है।ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में शुक्रवार आधी रात के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में मंदिर की क्षमता से कई गुना बढ़ोतरी होती चली गई। कहीं पर भी कोई रोक-टोक ना होने के कारण लोग मंदिर प्रांगण में पहुंचते ही चले जा रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी दौरान अधिकारियों के रिश्तेदारों को बालकनी से विशेष दर्शन करवाने के चक्कर में ऊपर जाने का रास्ता बंद कर दिया गया, जिसकी वजह से भीड़ का दबाव बढ़ गया। आखिर प्रशासन ने इतनी भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई तो योजना बनाई होगी मंदिर में आखिर कहां हुई चूक, हालात बिगड़े तो अफसर बनाते रहे वीडियो, अकेले एसएसपी ने संभाला था मोर्चा ठा. बांकेबिहारी मंदिर में शनिवार की सुबह 1.55 बजे मंगला आरती के समय जब भीड़ का दबाव लगातार बढ़ रहा था। तब डीएम, एसएसपी और नगर आयुक्त मंदिर में खुद स्वजनों संग मौजूद थे और मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। अचानक हुए हादसे के बाद एसएसपी ने जरूर भीड़ के बीच पहुंचकर हालात संभालने की कोशिश की। लेकिन, दूसरे अफसर मंदिर कार्यालय में ही बैठे रहे।ठा. बांकेबिहारी मंदिर में साल में एक ही दिन श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंगला आरती होती है। सुबह 1.55 बजे मंगला आरती शुरू हुई तो रात से ही आरती का इंतजार कर रहे लोगों के सब्र का बांध टूटा और मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं को धकियाते हुए अंदर बढ़ने लगे। ऐसे में भीड़ का दबाव बढ़ता गया और हालात बेकाबू हो गए। मंदिर के अंदर पहले से मौजूद श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई। हादसे के दौरान मंदिर में मौजूद नगर आयुक्त अनुनय झा वीडियो बनाते नजर आ रहे थे, उनके ही समीप डीएम नवनीत चहल और एसएसपी अभिषेक यादव अपने स्वजनाें संग मौजूद थे। अधिकारी ऊपर से अफसर वीडियो बनाते हुए देखे गए। लेकिन, हालातों को संभालने का कोई रास्ता उन्हें नजर नहीं आ रहा था। बहरहाल, केवल एसएसपी खुद नीचे उतरे और भीड़ के बीच जमीन पर दबे लोगों को बचाने में मदद करने लगे।

Global Times 7

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