विस्फोट से दो मंजिला इमारत ढही।
ग्लोबल टाइम 7
न्यूज नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव बीघापुर।
अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री लम्बे समय से संचालित थी। लगभग 19 वर्ष पहले इसी तरह की एक घटना में इसी स्थान पर पटाखा व्यवसायी के पिता की मौत हुई थी, लेकिन स्थानीय पुलिस और अग्नशमन विभाग अपने रहमों करम पर फैक्ट्री का संचालन करवाते रहे। जिसका परिणाम आज लोगों ने देखा कि मकान के चीथड़े उड़ गये और तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गये। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। जिसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस तरह की घटनाओं पर प्रशासन ध्यान नहीं देता और बार-बार इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति होती है।
बताते चलें कि बारासगवर थाना अंतर्गत टेढ़ा करनाईपुर गांव में गुरुवार को एक भीषण धमाके की गूंज ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया। थाना क्षेत्र के भवानीपुर निवासी सुनील गौतम पुत्र स्व० नन्हे गौतम जिन्होंने करनाईपुर गाव में लालकुँवा ऊँचगाँव मार्ग के तालाब किनारे घर बना रखा था। इसी घर के पास टेढ़ा गाँव निवासी मुन्त्री पटेल ने चक्की खोल रखी थी। चक्की न चलने के कारण अब उन्होंने इसे जानवरों का हाता बना रखा है। मुन्नी पटेल के अनुसार सुबह करीब 11 बजे के आस पास सुनील गौतम के घर एक के बाद एक धमाके होना शुरू हुए। हम लोग दहशत में आ गए और तुरंत घर छोड़ गाव की ओर भागे व पुलिस को सूचना दी। सुनील गौतम ने दो मंजिला मकान बना रखा था। वह अवैध रूप से आतिशबाजी का काम किया करता था। जिस प्रकार मकान में विस्फोट हुआ पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। दरवाजों के परखच्चे कई मीटर दूर जा कर गिरे। विस्फोट के समय सुनील गौतम के पुत्र प्रियांशु, मयंक व पुत्री खुशी बीघापुर स्थित लक्ष्मी नारायण पब्लिक इं० का० पढ़ने हेतु गए थे। घर पर सुनील गौतम उसकी पत्नी बीना व उनका सहयोगी महतू पुत्र राजकुमार था। विस्फोट होने से सुनील गौतम व सहयोगी महतू गंभीर रूप से घायल अवस्था मे मकान के बाहर पड़े मिले जबकि सुनील गौतम की पत्नी बीना गौतम मलबे में ही दब गई। स्थानीय लोगो की सूचना पर पहुँची स्थानीय पुलिस व रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद बीना गौतम को मलबे से बाहर निकाला व सौ बेड शैय्या अस्तपताल बीघापुर भेजा जहा से तीनो को जिला अस्तपताल रिफर कर दिया गया। घटना की सूचना पर कुछ ही देर में फायर ब्रिग्रेड की दो गाड़ी मौके पर पहुँची व सुलग रही आग पर पानी का छिड़काव कर बुझाया। मौके पर एएसपी अखिलेश सिंह, उपजिलाधिकारी बीघापुर क्षितिज द्विवेदी, नायब तहसीलदार अशोक शुक्ला, क्षेत्राधिकारी ऋषिकांत शुक्ला बीघापुर थाना अध्यक्ष राजपाल बारा सगवर थाना अध्यक्ष के साथ फोरेंसिक टीम व रेस्क्यू टीम मौजूद रही।