सत्कर्मों से ही मानव उद्धार संभव- आचार्य श्यामजी

जीटी-7, सुनील कुमार ओझा संवाददाता तहसील अजीतमल। 12 जुलाई 2024 #अजीतमल,औरैया। कस्बे के मोहल्ला लक्ष्मीनगर में रामजी, हनुमानजी शाला मन्दिर में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा के पांचवें दिन आचार्य जी ने कृष्ण जन्म से लेकर राक्षसी पूतना उद्धार तक की कथा का परीक्षित महन्त हरदेव दास सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं को कथा का रसपान कराया।
कथा का सार बताते हुए आचार्य श्यामजी ने बताया कि जब जब पृथ्वी पर पाप बढा है तब तब प्रभु ने जन्म लिया है। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण ने कारागार में जन्म लिया और उनका पालन पोषण यशोदा नन्द के यहां हुआ उन्होंने बताया कि यसोदा नन्द को अतिथि सत्कार बहुत पसंद था। अतः भगवान कृष्ण के जन्म से पहले तीनो देव संत वेष में आये और यसोदा नन्द के सत्कार करवाया और वरदान देते हुए कहा कि भगवान विष्णु पुत्र के रूप में जन्म लेंगे। और गोलोकधाम का उद्धार कर पापियों का नाश करेगे। वही आचार्य जी ने बताया कि भगवान कृष्ण ने गोलोकधाम में परेशान करने वाली राक्षसनी पूतना को भी भगवन कृष्ण ने स्तनपान कर बाल्याबस्था में ही वध कर दिया तथा कंस द्वारा भेजे गये कई वड़े वड़े राक्षसो का बधकर गोकुलधाम के लोगो का उद्वार किया। वही आचार्य द्वारा कृष्ण के बाल्यावस्था कह कई बाललीलाओ का मार्मिक वर्णन कर लोगो केा मन्त्रमुग्ध कर दिया। वही कार्यक्रम की व्यबस्था मे श्रीमहन्त राम किशोर दास, महन्त रामजी, तुलसीदास सहित सन्त गण व श्रद्धालु जुटे रहे।