उत्तर प्रदेशलखनऊ

हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर घर पर गिरा बाल- बाल बचे ग्रामीण

घरो के ऊपर से निकला है हाईटेंशन लाइन का तार

गाँव के एक घर मे तेहरवीं के कार्यक्रम में आये थे रिश्तेदार

सोमवार सुबह गाँव लिड़ैयापुर में टूटा तार

जीटी-70022 ओम कैलाश राजपूत फफूँद संवाददाता।
20 मार्च 2023

फफूँद ,औरैया

क्षेत्र के एक गाँव मे ग्यारह हजार की हाईटेंशन लाइन के तार घर के ऊपर से निकला है,रविवार की बीतीरात्रि तेहरवीं का कार्यक्रम था। सोमवार कि सुबह तार टूटकर घर के ऊपर गिर गया तथा दिनेश चंन्द्र के घर के दरवाजे के सामने गिरा। घर पर रिस्तेदार दरवाजे पर बैठे थे गनीमत रही कि किसी के करेन्ट नही लगा।
थाना क्षेत्र के गाँव लिड़ैयापुर मे रविवार की शाम स्व0 लोटन सिंह की पत्नी रामकली की तेहरवीं का कार्यक्रम था जिसमे रिश्तेदार आये हुए थे,लोटन सिंह के घर के ऊपर से ग्यारह हजार की हाईटेंशन लाइन का तार गुजरा है।सोमवार सुबह लगभग आठ बजे जब घर वाले व रिश्तेदार घर के अंदर थे तभी हाईटेंशन लाइन का तार खम्बे से टूटकर घर के ऊपर गिर गया तार लटककर आंगन में काफी नीचे तक आ गया घर की महिलाएं तथा पुरुष छ्प्पर और कमरों में थे जो बाल बाल बच गए यदि आंगन में होते तो बड़ी घटना हो सकती थी। घर के ऊपर से निकले हाईटेंशन लाइन के नीचे कोई सपोर्टिंग वायर भी नही लगाया गया था। सुबह के समय मौसम में कुछ ठंडक होने के कारण गाँव निवासी दिनेश चंद्र के घर के बाहर बने बरामदे में बैठे थे यदि ठंडक न होती तो सभी बाहर बैठे होते,हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर दरवाजे के सामने गिरा लोग बाल बाल बच गए।गाँव मे देवरपुर फीडर से सप्लाई दी जाती है। गाँव निवासी रघुवीर, रामहेत, राव पेन्टर, आनन्द, अरुण,विनय कुमार, अखिलेश, शिव सिंह, लाखन सिंह आदि ने बताया कि देवरपुर फीडर के जेई तथा एसडीओ से कहने पर भी लाइन नही हटवाई गई और न ही लाइन के नीचे सपोर्ट वायर लगवाया गया।
छतों के ऊपर झूलते हाईटेंशन लाइन से झुलसकर हो चुके दो घायल
एक महिला और एक पुरुष करेन्ट लगने से मरते मरते बचे थे। घटना के बाद भी विधुत विभाग ने नही लगवाया था सपोर्टिंग वायर।
सोमवार को गाँव लिड़ैयापुर मे तार टूटने से लोग बाल बाल बच गए लेकिन वर्ष 2017 में गाँव निवासी नेकराम अपने घर मे जो कि खुद राज मिस्त्री काम करता है अपने ही घर मे बीम डाल रहा था तार छत के बहुत करीब था धोखे से नेकराम के तार छू गया जिससे वह बुरी तरह झुलस गया और मरते मरते बचा था, इलाज में उसका काफी पैसा खर्च हो गया था। वहीं 2012 में लाखन सिंह की पत्नी रामा देवी अपनी छत पर लगी तोरई तोड़ने के लिए गई थी। तार छत पर झूल रहा था जो उनके छू गया, जिससे वह काफी झुलस गई थी। उनकी जान पर बन आई थी। विधुत विभाग ने दो घटनाएं होने के बाद भी कोई ध्यान नही दिया। विभाग शायद कोई बड़ी घटना होने का इंन्तजार कर रहा है।

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