कलयुग में मनुष्य की जिंदगी कर्मों पर निर्भर करती. कथावाचक हेमलता.

रुक्मणी के विवाह की कथा सुन भाव विभोर भक्त.
मनुष्य की किस्मत कर्मों के अनुसार तय होती.
फोटो परिचय- लुखरपुरा में हो रही भागवत कथा में रुक्मणी विवाह के बारे में बताती हुई कथा वाचक हेमलता
#जीटी -7, नारायण किशोर पोरवाल सिटी रिपोर्टर औरैया। 19 जून 2024
#ककोर,औरैया। जिले के ककोर मुख्यालय के समीप गाँव लुखरपुरा में हो रही भागवत के अंतिम दिन बुधवार कथावाचक हेमलता ने बताया मनुष्य की किस्मत उसके पूर्व जन्म और वर्तमान में लिए जन्म के बारे में जो है कर्म करता है उसके कर्मों के अनुसार उसे फल मिलता है यही जिंदगी का सकारात्मक और नकारात्मक कर्म है क्योंकि महाभारत का युद्ध हमें बताता है बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है जिसको हम लोग देखते एवं सुनते आ रहे हैं क्योंकि यही तो गीता में हम लोगों को कर्म करना सिखाया है कि हमें सच्चाई के लिए लगातार संघर्ष करना चाहिए लेकिन उसमें सच्चाई होनी चाहिए क्योंकि सत्य परेशान हो सकता लेकिन पराजित नहीं हो सकता सच्चे कर्म का एक सकारात्मक फल है क्योंकि कलयुग में जो मनुष्य जैसा करता है वैसे ही पता है, भागवत कथा में शामिल भक्तगण पूरन सिंह राजपूत, पूर्व प्रधान महावीर राजपूत, राजाराम राजपूत, आदराम कुशवाहा संतोष कमल, राहुल कमल, राम सिंह यादव,औसन सिंह यादव, विनीत राजपूत आदि लोग मौजूद रहे।