महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर बाबा लोधेश्वर में कवि सम्मेलन का आयोजन
ग्लोबल टाइम 7
न्यूज नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव तहसील बीघापुर क्षेत्र अकठी मनिकापुर में महा शिवरात्रि के पावन पर्व पर बाबा लोधेश्वर महादेव से एवं सन्तोषी माता प्रागंण अकठी मे स्मृति शेष पंडित गयादीन अवस्थी एवं से पंडित व्रन्दावन अवस्थी की 43वी पुण्यतिथि पर विराट कवि सम्मेलन व महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमे जनपद व गैर जनपद से आए वाणी पुत्रो ने अपनी कविता का पाठ किया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ कवि प्रदीप शर्मा की सरस्वती वन्दना से हुआ। अवधी के कवि संजीव न तिवारी पिन्टू ने यही ठांव के माटी क चन्दन हमारी है पढ़ा। रायबरेली से त पधारे कवि योगेंद्र प्रताप सिंह ने राम बसे है रोम रोम मे, राम बसे है सांसो में। अक्षर अक्षर राम बसे है दुनिया के इतिहासो मे।
जिससे पूरा वातावरण राम मय हो गया। ओज के कवि अनुरुद्ध सोरभ ने कुछ यू पढा स्रष्टि के ताने बाने के बुनकर हो जाएंगे, सोच रहे है भांग पियेंगे और शंकर हो जाएंगे। हास्य के कवि मधुप श्रीवास्तव नरकंकाल ने स्रोताओ को अपनी कविताओ के माध्यम से खूब हंसाया। श्रंगार के कवि नरेन्द्र सिंह आनन्द ने कुछ यू पढा रुपहली चांदनी छलती, सुनहरी धूप ढलती है। शहंशाह होकर भी चादर एक मिलती है। अन्य कवियो मे डा महादेव सिंह, कमलेश शुक्ला, रामकरन सिंह, रामेश्वर प्रसाद द्विवेदी प्रयलंकर, चौरसिया आदि कविता पाठ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वामी भाष्करानन्द व स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती ने व संचालन कवि राम किशोर तिवारी ने किया। आए हुए लोगों के प्रति आभार जागेश्वर अवस्थी ने व्यक्त किया। इस अवसर पर नरेन्द्र भदौरिया, अशोक पाण्डेय, डा गणेश नारायण शुक्ला, राज बख्श सिंह, गौरी शंकर सिह, विष्णु मोहन सिंह, राजेश तिवारी, सुरेन्द्र अवस्थी, सुनील अवस्थी, आनन्द शुक्ला आदि उपस्थित रहे।