लखनऊ

छुट्टा,मवेशियों से किसान तबाह, सड़कों, खेत खलिहानों तक मवेशियों का कब्जा ! रायबरेली

विजय सिंह
ग्लोबल टाईम्स 7
न्यूज नेटवर्क
लखनऊ उत्तर प्रदेश

महराजगंज,
रायबरेली ।
गांव गांव गौशालायें खुल गई, योगी सरकार गौशालाओं के लिये होने वाले खर्च की धनराशि भी पंचायतों के खातो में पानी की तरह बहा रही है। बावजूद भी समस्या जश की तश बन हुयी है। गांवों में छुट्टा मवेशियों से किसान परेशान है, सड़कों से लेकर खेत – खलिहानों तक मवेशियों का कब्जा है। जिससे फसलें तो प्रभावित होती ही है साथ ही मार्ग दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। और वहीं गौशालाओं के नाम पर खर्च होने वाला सरकारी बजट तो सिर्फ कागजो तक सीमित होता दिख रहा है ।
जनपद के महराजगंज विकासखंड के कुशमहुरा,कैर, पूरेरानी,पाली व पूरेमूढू सहित दर्जनों गांवों के किसान बेसहारा पशुओं से हो रही फसलों की बर्बादी से आहत हैं।
जिधर से भी गुजरिए सड़कों के किनारे बागों में दर्जनों की तादाद में महफिल सजाये बैठे हुए छुट्टा मवेशी खेतों में खड़ी फसलों को चट कर जाते हैं।
बेचारा किसान कड़ी मेहनत से तैयार फसलों को बचाने के लिए किसान खेतों में ही फूस की मड़ईया बना कर दिन-रात रखवाली करने को मजबूर हैं।
विकास खंड क्षेत्र में आधा दर्जन गौशालाओं में क्षमता से अधिक बेसहारा पशुओं को रखा गया है। संवाददाता को नाम न छापने की शर्त पर गौशाला संचालित करने वाले प्रधानों ने बताया कि पशुओं के संरक्षण के लिए चारे भूसे का भुगतान समय से नही हो पाता कभी कभी तो चार माह से अधिक समय भुगतान में लग जाता है।

अन्ना पशुओं से तबाह ग्रामीणों का दर्द,,

  • विकाश खंड अंतर्गत कुशमहुरा गांव के किसान विवेक मिश्रा ने बताया कि कई बार खड़ी फसल नष्ट हो गई है। किसी तरह वह रात रात जाग कर फसलें बचा पा रहे हैं।
  • विकाश खंड के किसान आशीष मौर्य ने कहा कि जब से खेत के चारों तरफ कंटीले तारों को लगाने पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। तब से फसल बचाने में ज्यादा परेशानी होती है।
  • विकाश खंड के पूरेरिसाल गांव निवासी विनोद कुमार ने बताया कि छुट्टा मवेशी व नीलगाय अधिकता में हो गई है। झुंठ में मवेशी आकर फसलों को नष्ट कर देते हैं। सरकार को किसानों के लिए ठोस कदम उठाये जाने चाहिए।
Alok Mishra

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