सीएचसी में मरीजों को बेडसीट चद्दर नहीं हो पा रही नसीब,पन्नी झिल्लियों से ही विभाग चला रहा अपना काम ! Raebareli

विजय सिंह,
ग्लोबल टाईम्स 7
न्यूज नेटवर्क
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
:- अस्पतालों में चद्दर बेडसीट आदि की कोई कमी नही,साफ सफाई जैसी समस्यायें आई संज्ञान किया जायेगा औचक निरीक्षण,होगी कार्यवाही – वीरेंद सिंह सीएमओ
रायबरेली ।
प्रधानमंत्री का आदेश हो,या फिर चाहे मुख्यमंत्री का आदेश, हम तो अपने ही ढर्रे पर चलने वाले हैं जनाब,,,,,!
सरकार बजट में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर भले ही लाखों करोडों रूपये खर्च कर रही हो, लेकिन विभागों के जिम्मेदार अफसर व अधिकारी सरकारी धन को कमीशनखोरी के कारण कागजों तक सीमित कर खर्च करते हुये शासन व योगी सरकार के विकाश की नीतियों एवं साख पर स्वास्थ्य सेवाओं जैसी व्यवस्थाओं पर सिर्फ ढेंगा दिखाकर लुटिया ढिबोने में भरपूर लगे हुये है ।
धरातरील स्वास्थ्य सेवाओं व व्यवस्थाओं से जुडकर प्रत्यक्ष उदाहण जनपद के महराजगंज सीएससी अस्पताल से भरपूर देखने को मिल रहा है किस कदर से अस्पतालों में अफसरों की व्यवस्थायें हांफ रही हैं। नतीजन जहां सरकार के सख्त निर्देश विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों पर नहीं लागू होते दिखते, तभी तो सरकार के लाख शक्ति के बावजूद भी महराजगंज सीएचसी मे बेड पर मरीजों के लिये बिछाये जाने वाले बेडसीट एवं चद्दर के बजाय पन्नी की झिल्लयों से काम चलाया जा रहा है ।
बताना है कि आलम यह है कि तहसील व ब्लाक स्तरीय सीएचसी जैसे बडे अस्पतालों में व्यवस्थायें इस तरह दिख रही तो अनुमान लगाया जा सकता है कि अन्य की दशा तो भगवान भरोसे ही संचालित हो रही होंगी। सीएचसी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को पन्नी की झिल्लियां नसीब हो रही वह भी जगह जगह से फटी व कटी कुथरी ।
यदि भाजपा सरकार के स्वास्थ्य विभाग में बजट की बात कहें तो पानी की तरह पैसा बाहया जा रहा, ठीक विपरीत देखा जाए तो क्षेत्र में जिम्मेदारों के अंदेखियों के आलम में अस्पतालों की हालत बदतर व व्यवस्थायें हांफती हुई दिखाई दे रही हैं।

मरीजों से ज्यादा महराजगंज सीएचसी अस्पताल की गंभीर बनी हालत !
यदि बात करे जनपद के महराजगंज सीएचसी अस्पताल की तो सोमवार को संवादाता द्वारा किये गये अस्पताल भ्रमण सर्वे में देखने को मिला कि कमरों के वार्डो में बेड पर चद्दर की बजाय सभी बेड पर कड़कदार पन्नी झिल्ली बिछाई गई, जहां भर्ती मरीजो व तीमारदारों से पूछने पर बताया गया की बेड पर बिछी हुई फटी पन्नी की झिल्लियां शरीर में गडती व कडाके के ठंड में जुडाती
रहती हैं,और यहां साफ सफाई भी नहीं होती, जिससे मरीजों व सहयोगियों की भी फैलती गंदगी के कारण हालत और अधिक बिगड़ी जाती है।
सीएचसी अस्पताल महराजगंज से हंसने व बडे मजाक वाली बात तो तब सामने उभर आती है कि जहां एक तरफ भाजपा सरकार पन्नी व झिल्ली बंद करने का सख्त आदेश दे रही,तो वहीं दूसरी तरफ अस्पतालों में बेडसीट व चद्दरों की जगह इसी का प्रयोग मरीजों के लिये जिम्मेदार अफसरों के नाक के नीचे खुलेआम देखने का मिल रहा है ।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री जी भी स्वास्थ्य सेवाओं को सुद्ढ करते हुये कडी मेहनत करने में दिन रात एक किये व स्वास्थ्य सेवाओं के लिये व्यवस्थाओं हेतु पैसे खर्च करने में कभी पीछे नहीं हटते, लेकिन महराजगंज सीएससी का दुर्भाग्य देखो यहां बेचारे मरीजों को एक चद्दर तक नहीं नसीब हो पा रहा है।कह ले कि अस्पताल के आला अधिकारी व कर्मचारी भ्रष्टता के खेल खेलकर सरकार की मंशा पर पूर्णतया पानी फेरने में कोई कसर नही छोडते दिखाई दे रहे हैं।
अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन व जिले स्वस्थ्य विभाग इस ओर किस मायने तक अपनी कृपा दृष्टि घुमाने का प्रयास कर आस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं को संज्ञान में लेकर मरीजों की समुचित व्यवस्थायें दुरस्त कराने का प्रयास करेगा। वैसे तो लगभग अस्पतालों में चद्दर बेडसीट आदि की कोई कमी नही हैं,यदि स्टाफ व कर्मचारियों द्वारा मरीजों के साथ ऐसी कार्यशैलियां अपनाई जा रही तो प्रभारी से जानकारी ले रहे हैं, समस्यायें आपके द्वारा संज्ञानित हुई हैं, सीएचसी में साफ-सफाई एवं अव्यवस्थाओं हेतु भी औचक निरीक्षण किया जायेगा,जाचोपरांत विभागीय अग्रिम कार्यवाहियां अवश्य अमल में लाई जायेंगी । - वीरेंद सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी, रायबरेली
