जनपद स्तरीय मिलेट्स रोड शो/महोत्सव-मेला एवं फसल अवशेष प्रबन्धन गोष्ठी का भव्य आयोजन

मिलेट्स रोड शो का जिलाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात
31 अक्टूबर 2023
जिलाधिकारी आलोक सिंह के नेतृत्व में मुख्य विकास अधिकारी लक्ष्मी एन०, कानपुर देहात की अध्यक्षता एवं मुख्य अतिथि सांसद जालौन गरौठा, भानुप्रताप वर्मा के प्रतिनिधि श्याम सिंह सिसोदिया प्रतिनिधि की उपस्थिति में जनपद स्तरीय मिलेट्स महोत्सव / मेला का आयोजन ईको पार्क माती में किया गया। जिसके प्रथम कार्यक्रम के रूप में प्रातः 10:30 बजे से मिलेट्स रोड शो का जिलाधिकारी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, जिसमें कृषि विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं भारी संख्या में जनपद के प्रगतिशील कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उक्त रोड शो अन्तर्गत श्री अन्न के लाभों से जनमानस को जागरूक कराने के उद्देश्य से बाइक / कार रैली निकाली गयी, जो ईको पार्क माती से अकबरपुर चौराहे, बाराजोर, नवीपुर चौराहे से होते हुए ईको पार्क माती में समाप्त हुयी।
तदोपरान्त ईको पार्क सामुदायिक भवन में जनपद स्तरीय मिलेट्स महोत्सव-मेला एवं फसल अवशेष प्रबन्धन गोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में कृषि एवं कृषि समावेशी विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं/कार्यक्रमों के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी तथा चन्द्रशेखर कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्र दलीप नगर से आये हुए वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिको द्वारा कृषकों को नवीनतम कृषि तकनीकी/ जानकारी / सुझाव / अनुभव प्रदान करते हुए श्री
अन्न/ जैविक कृषि / प्रकृतिक खेती / जीरो बजट कृषि/पशुपालन / फसल अवशेष प्रबन्धन के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान करने के साथ-साथ कृषि सम्बन्धी समस्याओं के सम्बन्ध में सुझाव दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही मुख्य विकास अधिकारी द्वारा श्री अन्न के पोष्टिक गुणो के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए अवगत कराया गया कि भारत सरकार द्वारा वर्तमान वित्तीय वर्ष को अर्न्तराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया गया है, मिलेट्स जहां एक ओर मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक पौष्टिक होने के साथ-साथ किसानों की आय में वृद्धि हेतु भी उपयोगी है, क्यो कि इनकी कृषि में सामान्य की अपेक्षा काफी कम लागत आती है। उक्त के साथ-साथ अवगत कराया गया कि जिला प्रशासन जनपद में पराली जलाने की घटनाओं की रोकथाम हेतु व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। जहां एक ओर होर्डिंग बैनर, प्रचार वाहन, प्रेस विज्ञप्तियों, किसान पाठशालाओं, न्याय पंचायत स्तरीय गोष्ठियों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर चौपाल आयोजित कर किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसानों एवं पराली जलाने में
दोषी पाए जाने पर होने निर्धारित अर्थदंड की कार्रवाई के संबंध में व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पराली जलाने में दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध अर्थ दंड की कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। फसल अवशेष/पराली जलाने से जहाँ एक ओर पर्यावरणीय क्षति, मृदा स्वास्थ्य एवं मित्र कीटों पर कुप्रभाव पडता है वही दूसरी ओर फसलों एवं ग्रामों में अग्निकाण्ड होने की भी सम्भावना होती है। फसल अवशेष जलाने से मिट्टी के तापमान में वृद्धि होने से मृदा की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक दशा पर विपरीत प्रभाव पडता है, मिट्टी में उपस्थित सूक्ष्म जीव नष्ट होते है जिससे जीवांश के अच्छी प्रकार से सडने में भी कठिनाई होती है। पौधे जीवांश से ही पोषक तत्व लेते है तथा इससे फसलों के उत्पादन में कमी आती है। मा0 सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फसल अवशेष जलाये जाने पर पूर्णतः रोक लगाते हुए इस दण्डनीय अपराध की श्रेणी में रखा है तथा यदि किसी व्यक्ति द्वारा फसल अवशेष/पराली जलाने की घटना घटित की जाती है तो मा० राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण अधिनियम की धारा-24 एवं 26 के अन्तर्गत उसके विरूद्ध पर्यावरण क्षतिपूर्ति हेतु 02 एकड़ से कम क्षेत्र के लिए रु0 2500/- प्रति घटना, 02 से 05एकड़ के लिए रु0 5000/- प्रति घटना और 05 एकड़ से अधिक क्षेत्र के लिए रु0 15000/- प्रति घटना
की दर से अर्थदण्ड वसूले जाने का प्राविधान है।
मेला स्थल पर कृषि / उद्यान / रेशम / मत्स्य / पशुपालन / सम्मान निधि / राष्ट्रीय आजीविका मिशन
/ इफको-कृभको/ मृदा परीक्षण प्रयोगशाला / सहकारिता / निजी उर्वकर, बीज, कीटनाशक विक्रेताओ/
महिला स्वयं सहायता समूहो/ कृषक उत्पादक संगठनों यथा खेडा कुर्सी एफ०पी०ओ०, मै० माधव सेवा
समिति जसापुर, लैमनग्रास उत्पादक प्रगतिशील कृषक श्री आर0के0त्रिपाठी आदि द्वारा स्टाल प्रदर्शनी लगा
कर कृषको को योजनाओ/ उत्पादों से अवगत / विक्रय किया गया। आयोजित कार्यक्रम कृषकों को लंच के रूप में मिलेट्स उत्पाद यथा सावा का लड्डू, बाजरा के पुआ, सावां की कचौडी आदि का वितरण किया गया, जिसके स्वाद की सभी प्रतिभागियों ने भूरिभूरि प्रशंसा की।
उप कृषि निदेशक द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त मेला दिनांक 01.11.2023 को भी ईको पार्क
माती में आयोजित की जायेगी, जिसके साथ-साथ जनपद स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी एवं परम्परागत कृषि विकास गोष्ठी का आयोजन किया जायेगा। उनके द्वारा जनपद के समस्त सम्मानित नागरिको/कृषकों को सादर आमंत्रित करते हुए अपील की गयी कि वह अधिकाधिक संख्या में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग कर कार्यक्रम को सफल बनाये।