मानसिक रोगियों को मनोचिकित्सक को ही दिखाएं – मुख्य चिकित्सा अधिकारी

ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज नेटवर्क रिपोर्ट
संजीव भदौरिया
लखना बकेवर
इटावा । मानसिक रोगियों को मनोचिकित्सक को दिखाएं जिससे उनके जीवन को भी सुधारा जा सके ऐसे रोगियों को अकेला ना छोड़ें और उनसे वार्तालाप करें ।
उपरोक्त बातें राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जनपद न्यायाधीश चवनप्रकाश एवं सचिव अपर जिला जज श्वेता श्रीवास्तव के संयोजन में आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महेवा में एक विधिक जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में पधारे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर गीता राम ने कही ।
उन्होंने कहा कि मानसिक रोगियों को एकांत में ना छोड़ें उनसे लगातार वार्तालाप करें जिससे उनके दिमाग में चलने वाली चीजों को रोका जा सके और उनके मानसिक विकारों को दूर किया जा सके ।
उपरोक्त शिविर की अध्यक्षता करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महेवा के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर गौरव त्रिपाठी ने कहा कि मानसिक रोग भी एक तरह की बीमारी है जिसको समुचित इलाज से सुधारा जा सकता है मानसिक रोगियों से हमेशा परिजनों को दूरी नहीं बननी चाहिए ।
डॉक्टर त्रिपाठी ने कहा कि अकेले में बातें करना, बड़बड़ाना, किसी बात पर बार-बार झल्लाना, एकांतवास में रहना भी मानसिक रोग के लक्षण हो सकते हैं ।
उपरोक्त शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में पधारे डॉक्टर दिलीप अग्रहरि ने कहा कि अकसर लोग मानसिक रोगी को भूत- प्रेत का चक्कर समझ लेते हैं और बाबा बैरागियों के चक्कर में पड़े रहते हैं जिस कारण मानसिक रोगी की स्थिति और बिगड़ जाती है
श्री दिलीप ने कहा कि जब भी किसी के यहां ऐसी स्थिति उत्पन्न हो तो उसको मनोचिकित्सक को ही दिखाएं झाड – फूंक के चक्कर में ना रहे मनोरोगी भी समुचित इलाज के बाद सामान्य जीवन जी सकते हैं
उन्होंने कहा कि मानसिक रोग भी एक बीमारी है इसका इलाज संभव है
विधिक साक्षरता शिविर का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के स्वयंसेवक अश्विनी त्रिपाठी ने किया
उपरोक्त शिविर में राजेंद्र बाबू त्रिपाठी पी एल वी ,सहित संगिनी बहिनें अनीता तिवारी,ममता कुशवाहा,और आशा बहूएं वेदवती, ऊषा, सुनीता देवी, काफी संख्या में मौजूद रहीं ।