अगर जज्बा हो तो बिकलांगता कोई मायने नहीं रखती

पैसठ साल के बुजुर्ग ने एक हांथ न होने पर भी हार नहीं मानी
जीटी-70025, ओम कैलाश राजपूत संवाददाता फफूँद।
19 सितंबर 2023
#फफूँद,औरैया।
जनपद के कस्बा फफूँद के मुहल्ला मोतीपुर निवासी होतीलाल उम्र पैंसठ साल पुत्र स्व0 राम स्वरूप ने सावित कर दिया है कि बिकलांग होना कोई अभिशाप नहीं है। अगर खुद में जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है। एक हांथ आधा नही है। आधे हांथ में कपड़े की पट्टी से खुरपी या हसिया, दराती बांधकर गेस्ट हाउस में बने पार्क की घास काटकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। परिवार में पत्नी चंद्रशील, दो पुत्र दोनों की शादी हो गई है, मगर अलग-अलग रहते हैं। एक पुत्री जिसकी शादी हो चुकी है वह अपनी ससुराल में रहती है। विकलांग होतीलाल ने बताया कि करीब 20 वर्ष पहले वह खेतों पर गेहूं की थ्रेसिग कर रहा था। इस समय उसका हाथ थ्रेसर में चला गया, जिसमें हाथ कट कर अलग हो गया था, तभी से वह विकलांग है। उसके पास विकलांगता का सर्टिफिकेट भी है। जिसका उसे विकलांगता के तहत लाभ मिल रहा है।