फिर बढ़ने लगा सड़कों पर आवरा गोवंशों का कुनबा !

सड़कों पर यातायात होता बाधित, दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ी
जीटी- 70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
12 सितंबर 2023
#औरैया।
प्रदेश सरकार द्वारा लंबी अवधि के बाद किसानों के खेतों में खड़ी फसलों को आवारा को वंशों द्वारा चलकर नष्ट कर देने के चलते गोवंश पकड़ने के लिए फरमान जारी किया गया था। जिसकी बजिम्मेदारी जिला अधिकारी को सौंपी गई थी। तत्कालीन जिला अधिकारी ने तत्परता दिखाते हुए गोवंशों को पकड़वाकर बाहर भिजवा दिया था, अथवा उनको गोसंरक्षण स्थलों पर पहुंचा दिया था, जिससे एक ओर जहां किसानों को राहत मिली थी, वहीं दूसरी और सड़कों पर स्वच्छंद विचरण करने के चलते दुर्घटनाओं से भी आम जनता को निजात मिली थी, लेकिन अब फिर से देखने में आ रहा है कि आवारा गोवंशों का कुनबा दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है, जिससे किसानों की फैसले तबाह होने एवं दुर्घटनाएं बढ़ने की ह से इनकार नहीं किया जा सकता है। समय के रहते इन गोवंशों को फिर से अभियान चला कर पकड़ कर गोवंश आश्रयकेंद्र अथवा बाहर भेजना होगा, तभी किसानों एवं आम जनमानस को निजात मिल सकती है।

लगातार कई वर्षों से गोवंशों की संख्या इतनी बड़ी हुई थी कि किसानों को दिन-रात अपने खेतों पर रखवाली करने के लिए मजबूर होना पड़ता था, जिसको लेकर किसानों में सरकार के प्रति व्यापक तौर पर आक्रोश व्याप्त हो गया था। इतना ही नहीं इन गोवंशों से निजात दिलाने के लिए लगातार शासन व प्रशासन से गुहार लगा रहे थे। इसी के चलते लंबे समय के बाद सरकार की आंखें खुली और गोवंशों को पकड़वाने का फरमान जारी करते हुए संबंधित जिला अधिकारी को निर्देशित किया था। जिस पर तत्कालीन जिला अधिकारी पीसी श्रीवास्तव ने गोवंशों को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था। आवारा गोवंशों को गोवंश संरक्षण केद्रों अथवा बाहर भेजा गया था, जिससे किसानों के साथ ही जनता के लोगों को काफी हद तक निजात मिल गई थी। अब पुनः देखने में आने लगा है कि आवारा गोवंशों का कुनबा दिनों- दिन बढ़ता जा रहा है, जो सड़कों पर स्वच्छंद रूप से भ्रमण करते व लड़ते देखे जा सकते हैं। इतना ही नहीं यह आवाहरा गोवंश खेतों की ओर भी पहुंचने लगे हैं, जो किसानों की तबाही का सबब बनते जा रहे हैं। इतना ही नहीं यह आवारा गोवंश औरैया की विभिन्न सड़कों के अलावा हाईवे रोड पर भी देखे जा सकते हैं। पुनःबढ़ते हुए आवारा गोवंशों की संख्या से आम जनमानस एवं किसान चिंतित होने लगे हैं। इन आवारा गोवंशों से जहां एक ओर किसानों की फैसले तबाह होगी वहीं दूसरी ओर मार्ग दुर्घटनाओं में इजाफा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। इन आवारा गोवंशों की संख्या शहर औरैया में ही नहीं बल्कि जनपद के विभिन्न कस्बों एवं ग्रामीण अंचलों में भी देखी जा सकती है। जिले के विभिन्न किसानों के अलावा संभ्रांत, वरिष्ठ एवं जागरूक लोगों ने अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही आवारा गोवंशों की संख्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रशासन से मांग की है। देखना है कि प्रशासन इस ओर क्या कदम उठाता है? जिससे जनहित में किसानों की फसले तबाह होने से बच सके एवं मार्ग दुर्घटनाओं इजाफा होने से रोका जा सके।