डीएम ने मिशन इंद्रधनुष व एमडीए की तैयारियों की समीक्षा की

ज़िले में 7अगस्त से टीकाकरण व 10 से 28 अगस्त तक चलेगा एमडीए अभियान
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
28 जुलाई 2023
#औरैया।
जिलाधिकारी नेहा प्रकाश की अध्यक्षता में स्वास्थ्य समिति की बैठक जिला मुख्यालय सभागार, ककोर में आयोजित की गई। बैठक में समिति का विशेष जोर अगस्त माह में प्रस्तावित मिशन इंद्रधनुष और सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान की सफलता पर रहा। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि नियमित टीकाकरण से छूटे हुए प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण सात अगस्त से प्रस्तावित अभियान के दौरान सुनिश्चित किया जाए। साथ ही 10 से 28 अगस्त तक प्रस्तावित एमडीए अभियान के दौरान प्रत्येक घर पर जाकर आशा कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कार्यकर्ता परिवार के हर सदस्य को अपने सामने दवा खिलाएं। उन्होंने जिले में चल रहे विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान, दस्तक पखवाड़े और विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े की बृहद समीक्षा भी की।
जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड, टीकाकरण, जननी सुरक्षा योजना आदि की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि अपने लक्ष्य के सापेक्ष कार्य पूर्ण करने हेतु कार्य योजना तैयार कर लें ताकि प्रतिदिन की समीक्षा से यह सुनिश्चित हो सके कि किस स्तर पर कितनी प्रगति हो रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी बैठक में खराब प्रगति वाले एमओआईसी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहार की प्रगति खराब पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित एमओआईसी को आगाह किया कि यदि आगामी बैठक में प्रगति संतोषजनक नहीं पाई जाएगी तो आपके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की धीमी प्रगति पर नोडल अधिकारी आयुष्मान कार्ड/उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अशोक कुमार को निर्देश दिए कि इसकी समीक्षा प्रतिदिन की जाए जिससे कार्ड तेजी के साथ बन सके। उन्होंने कहा कि जो कार्ड अभी बनने को शेष है उससे अंत्योदय कार्ड की सूची जिला पूर्ति अधिकारी को उपलब्ध करा दी जाए ताकि राशन प्राप्त करने वालों के कार्ड संबंधित दुकानदार के माध्यम से बनवाए जा सके। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के अंतर्गत दिए जाने वाली सहायता राशि का भुगतान निर्धारित समय में लाभार्थी को कराना सुनिश्चित करें इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्र में अनाधिकृत रूप से संचालित चिकित्सालयों का समय-समय पर निरीक्षण करें और उनके विरुद्ध कार्रवाई करते हुए संचालन कराना बंद कराएं। उन्होंने कहा कि जो भी आयुष्मान कार्ड बनने के उपरांत प्राप्त हो उनके वितरण की कार्यवाही भी पूर्ण की जाए।
मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि शून्य से पांच साल तक के बच्चों का सात बार नियमित टीकाकरण हो जाए। टीकाकारण के प्रति उदासीन परिवारों को जागरूक करने में सहयोगी संस्थाओं और प्रचार प्रसार का सहारा लिया जाए। अन्तर्विभागीय सहयोग से भी शत प्रतिशत टीकाकरण संभव है और इस संबंध में अन्य विभागों को भी दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे । आशा कार्यकर्ता दस्तक पखवाड़े के दौरान घर घर जा रही हैं और इस अभियान के तहत ही वह प्रत्येक छूटे हुए बच्चे की गुणवत्तापूर्ण हेड काउंट सर्वे सुनिश्चित करें। सीडीओ ने निर्देशित किया कि सुनिश्चित होना चाहिए कि लाभार्थी आशा कार्यकर्ता के सामने ही दवा खाएं। कोई भी आशा कार्यकर्ता किसी लाभार्थी को दवा देकर नहीं आएंगी। दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। उन्होंने जिले में इस समय संचालित अभियानों में जिले की रैकिंग बेहतर बनाये रखने के लिए टीम भावना से कार्य करने को कहा।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुनील कुमार वर्मा ने कहा कि समुदाय में संदेश दिया जाना चाहिए कि सरकारी अस्पताल का टीका सुरक्षित और असरदार है। कुछ टीकों के लगने के बाद बुखार आना सामान्य बात है और यह बुखार दवाओं से ठीक भी हो जाता है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। इन संदेशों से लोगों को प्रेरित कर मिशन इंद्रधनुष को सफल बनाना है। इसी प्रकार समुदाय को बताया जाए कि फाइलेरिया एक लाइलाज बीमारी है। इससे बचाव के लिए पांच साल तक लगातार साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन अनिवार्य है । यह दवा खाली पेट नहीं खानी है। दो वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को (गर्भवती और अति गंभीर बीमार लोगों को छोड़ कर) दवा खानी है । एमडीए अभियान में एक से दो वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को भी पेट के कीड़े मारने की दवा खिलाई जाएगी। बैठक के दौरान डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और पाथ संस्था के प्रतिनिधियों ने भी प्रस्तुति दी। इस मौके पर फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल व उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राकेश सिंह सहित जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, समस्त उप व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।