न्यू सिद्धि हॉस्पिटल में डॉक्टर की लापरवाही से महिला की मौत – डॉक्टर हुआ फरार

ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क जिला इटावा ब्यूरो चीफ बृजेश पोरवाल
इटावा मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी तथा स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कई बार इस बात को अवगत कराया कि किसी भी निजी हॉस्पिटल में मरीज की मौत नहीं होनी चाहिए पर इटावा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी की दया दृष्टि से निजी हॉस्पिटल के संचालक धड़ल्ले से हॉस्पिटल चला रहे हैं जहां पर कई हॉस्पिटलों के अभी तक नवीनीकरण व पंजीकरण तथा स्टाफ की व्यवस्था नहीं है निजी हॉस्पिटल संचालक अपनी मनमानी के चलते मरीजों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं जब भी इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से बात करो तो वह जांच का हवाला देकर पल्ला झाड़ लेते हैं ऐसा ही मामला कल रात सामने आया जहां पीड़ित रामचंद्र पुत्र समर बहादुर निवासी ग्राम बाऊथ थाना बलरई का मूल निवासी है उसके द्वारा अपनी पत्नी भूरी देवी को प्रसव पीड़ा के दौरान भर्ती कराया गया था ज्ञात कराते चलें कि महिला पहले दो बच्चे ऑपरेशन द्वारा जन्म दे चुकी थी तथा तीसरे बच्चे की घर पर प्रसव पीड़ा होने पर गांव की आशा अर्चना द्वारा उसे आईटीआई चौराहे पर सिद्धि हॉस्पिटल में 30,06 ,2023 दिन में 3:30 के आसपास हॉस्पिटल में लाकर भर्ती किया गया जहां पर हॉस्पिटल में बैठे डॉक्टर लालू यादव व उनकी पत्नी बबली यादव द्वारा मरीज का चेकअप किया गया और भूरी देवी को भर्ती कर लिया तथा अगले दिन 01 जुलाई की रात मे लगभग 11:00 बजे के आसपास डॉक्टर लालू यादव तथा उनकी पत्नी व उनका भाई आशीष यादव तथा स्टाफ द्वारा मरीज का ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन होने पर उसकी हालत बिगड़ गई जिसके बाद मरीज को छोड़कर परिवार वालों को बुलाकर मरीज को जबरदस्ती ऑपरेशन थिएटर से निकालकर हॉस्पिटल के बाहर निकाल दिया जिस पर पीड़ित मरीज को आगरा ले जाने के लिए कहा रामचंद्र द्वारा प्राइवेट एंबुलेंस कर अपनी पत्नी को बचाने के लिए आगरा लेकर जाने जहां आगरा हॉस्पिटल में बच्ची के जन्म के बाद महिला की मौत हो गई परिवार वाले मृतक महिला की डेड बॉडी लेकर हॉस्पिटल पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि जो फीस हमने जमा की थी वह वापस कराई जाए तथा हॉस्पिटल संचालक तथा डॉक्टर बने लालू यादव और उनकी पत्नी तथा भाई आशीष यादव तथा आशा अर्चना के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए। घटना की जानकारी जैसे ही डिप्टी सीएमओ श्रीनिवास को मिली तो वे तुरंत मौके पर पहुंच गए उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन है तथा डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन किया गया है हालत बिगड़ने पर उसे बाहर भेजा गया था पीड़ित द्वारा लिखित प्रार्थना पत्र दिया जाएगा जांच कर कार्यवाही की जाएगी।