गौआश्रय स्थलों व अन्ना पशुओं को संरक्षित कराने की रिपोर्ट तैयार करने पहुंचे नोडल अधिकारी विशेष सचिव द्वितीय, अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक!

:- गौशालाओं के निरीक्षण उपरान्त पायी गई कमियों के निस्तारण हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुए कमियों को कराएं दुरूस्त : नोडल अधिकारी आईएएस राजेश कुमार विशेष सचिव द्वितीय
:- जनपद में संचालित अस्थायी/स्थायी गौवंश आश्रय स्थलों एवं अस्थाई बाड़ो की कुल संख्या 97,जिसमें 8335 गौवंश संरक्षित, 6410 मादा तथा 1925 नर गौवंश हैं संरक्षित
ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौड
कानपुर देहात
शासन द्वारा निर्देशित व मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा द्वारा नामित किए गए गौ आश्रय स्थलों व अन्ना पशुओं को संरक्षित करने ए ग्राउंड जीरो रिपोर्ट सौंपे जाने के निर्देश दिए गए हैं ।
जहा जनपद वार नामित नोडल अधिकारी ने बुद्ववार से जनपदों में डेरा डाल कर रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरु कर दी है।
नोडल अधिकारी राजेश कुमार आई0ए0एस0 द्वितीय विशेष सचिव,खेल विभाग,उ0 प्र0 द्वारा देहात जनपद सर्किट हाउस माती में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में निराश्रित बेसहारा गौवंश के भरण पोषण एवं अन्य व्यवस्थाओं तथा खुले में घूम रहें गौवंश के संरक्षण के सम्बन्ध मे चर्चा की गई। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडे ने बताया कि खुले में घूम रहे गौवंश के संरक्षण हेतु ग्राम पंचायतों में नई गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है तथा ग्राम पंचायतों में नई गौशालाओं के निर्माण हेतु भूमि चिन्हीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
इस पर उन्होंने पशु चिकित्सा अधिकारी तथा खंड विकास अधिकारियों को ग्राम पंचायतों में निर्माणाधीन गौशालाओं का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण कराने के साथ ही ग्राम पंचायतों में चिन्हित भूमि पर गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से गौशालाओं में संरक्षित गौवंश का शतप्रतिशत टैगिंग कराने एवं समय समय पर टीकाकरण कराने के साथ ही जन सहभागिता योजना के तहत जरूरतमंद एवं कुपोषित बच्चों के परिजनों को लाभांवित करने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त खंड विकास अधिकारियों को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए संचालित गौशालाओं के निरीक्षण उपरान्त पायी गई कमियों के निस्तारण हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुए कमियों को दुरूस्त कराने एवं नियमित रूप से प्रगति रिर्पाेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आईएएस नोडल अधिकारी ने प्रत्येक गौसंरक्षण केन्द्र के चारों ओर वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से अस्थाई गौशालाओं में आवश्यक दवाईयों एवं चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोवंश हेतु भूसा भंडारण अभी से कर लिया जाए जिससे कि बाद में दिक्कत ना हो।गोवंशों को हरा चारा अवश्य उपलब्ध कराया जाए तथा संचालित गौशालाओं में संपूर्ण व्यवस्थाएं दुरस्त रहे तथा किसी प्रकार की लापरवाही न होने पाए।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी देवकी नंदन लवानिया ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में संचालित अस्थायी/स्थायी गौवंश आश्रय स्थलों एवं अस्थाई बाड़ो की संख्या 97 है। जिसमें कुल 8335 गौवंश संरक्षित है, जिसमें कुल 6410 मादा तथा 1925 नर गौवंश संरक्षित है।
गौशालाओं में संरक्षित नर/मादा, बीमार तथा छोटे गोवंश को अलग-अलग रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पांडेय,जिला विकास अधिकारी गोरखनाथ भट्ट, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जेपी गुप्ता, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी देवकीनंदन लवानिया आदि उपस्थित रहे।