व्यापक रूप से होगी मोटे अनाजों की खेती- डॉ०एस० के०वर्मा

के0एल0 यादव/ जितेंद्र चौधरी
ग्लोबल टाइम्स-7 न्यूज़ नेटवर्क
पचपेड़वा -बलरामपुर ।पौष्टिक अनाज एवं मोटे अनाज जिनको हम सुपर फ़ूड के नाम से भी जानते है। यह अनाज गेंहूँ , चावल की अपेक्षा पोषण से भरपूर हैं, इनमें आयरन,जिंक, फॉलिक एसिड, फॉस्फोरस, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से सम्बंधित स्वास्थ्य समस्यों के अलावा टाइप II मधुमेह के प्रबंधन में भी पौष्टिक अनाज बहुत प्रभावी हैं। उच्च खाद्य रेशा भूख की संतुष्टि प्रदान करता है और मोटापा कम करने में मदद करता है।

पित्त की पथरी और पेट के अल्सर के उपचार और रोकथाम में लाभकारी है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ० जय प्रकाश ने अवगत कराया कि केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एव अध्यक्ष डॉ०एस० के०वर्मा की अध्यक्षता में जनपद के सभी विकास खण्डों में मोटे अनाजों की खेती व्यापक रूप से करवायी जाएगी, अपना जनपद बहुत ही प्रतिकूल है। जनपद के किसान आने वाले खरीफ़ सीजन से सांवा, कोदो, काकुन, ज्वार, बाजरा आदि की खेती प्रारंभ करें। उन्नत खेती के लिए केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त करें। महिलाएं व स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मोटे अनाज के खाद्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्पादों को बाजार में महँगे दामों पर बेच कर अपनी आय में वृद्धि कर सकती हैं।