औरैया देवकली महोत्सव के पंडाल पर अखिल भारतीय कवियत्री सम्मेलन का मंचन हुआ

कवियत्रियों ने अपनी कविताओं से पंडाल में खूब रंग जमाया
पहली बार हो रहे कवियत्री सम्मेलन को सुनने के लिए पंडाल में काफी दर्शक डटे रहे
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के तौर पर आए उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री संजय निषाद ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर किया
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, जिला ब्यूरोचीफ राम प्रकाश शर्मा औरैया।

औरैया। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के कई जनपदों से आई कवित्रियों ने अपनी-अपनी कविताओं से श्रोताओं को घेरे रखा, दिल्ली से आई मशहूर कवियत्री डॉ कीर्ति काले, सीमा पर चौकस है जवान, खेतों में हल थामें किसान, धरती का कण-कण झूम-झूम, छूने को आतुर आसमान हर ओर नया उत्साह नयी खुशहाली है, अपने भारत की हर एक बात निराली है। कविता का पाठ कर खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम के अनवरत कड़ी में मंच पर मौजूद कवियत्री नन्दनी श्रीवास्तव चूड़ी, कंगन और कंठ का हार बनाने वाली थी, एक शख़्स को सुधियों का संसार बनाने वाली थी। कस्मे, वादे, प्यार वफ़ा के सारे घुंघरू तोड़ गया, जिसको अपनी पायल की झनकार बनाने वाली थी।
कवियत्री प्रियंका राय ने माँ मेरी कविताओ में तुम सागर सा विस्तार दो लिखूँ झूठ को झूठ कलम में मैया ऐसी धार दो, बात प्रेम की जब आए राधा रानी बन जाऊँ, जब भी पाप बढ़े धरती पर चंडी का अवतार दो। कवियत्री दीपिका माही ने “कतरे की चाह क्यों, जब समंदर ही तुम्हारा है” मिलने की बात के जवाब में शिद्दत भरे स्वर में कहा जब तुमने लगा, जैसे फ़िर से हो गई मैं सोलह बरस की। कवियत्री डॉ शुभम त्यागी ने भी अपनी कविता ‘दिन में कई कई बार डीपी बदलती हूं’ के जरिए युवाओं में उत्साह भर दिया। इस सप्ताह के जरिए लोगों से उन्होंने खूब तालियां बटोरी। कवियत्री मुमताज नसीम का शायराना अंदाज लोगों को खूब भाया उनकी पाकिस्तान नजमा पर खूब जमकर तालियां बजी। सम्मेलन का संचालन कर रहे सर्वेश अस्थाना ने संचालन कर चार चांद लगा दिए अपने संचालन के जरिए से उन्होंने लोगों को खूब हंसाया। इस दौरान डीएम पीसी श्रीवास्तव, एसपी चारु निगम, सीडीओ अनिल कुमार के साथ सदर उपजिला अधिकारी मनोज सिंह मौजूद रहे।