अपनी बदहाली से जूझ रहा अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र बघौड़ा

हरदोई –
उत्तर प्रदेश सरकार स्वछता को लेकर काफ़ी गंभीरता से शहरी एवम ग्रामीण क्षेत्रों में हर प्रकार से अपनी कार्यशील योजनाओ को चला रही हैं
ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले की ब्लॉक कछौना के अन्तर्गत ग्राम पंचायत बघौड़ा में देखने को मिलता है । आइए हम बताते है किस प्रकार सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है सरकार द्वारा 2021 -22 में ग्राम पंचायत बघौड़ा में अपशिष्ट प्रबन्धन केन्द्र का निर्माण कराया गया था तब से लेकर आज तक आज अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र की हालत अपनी बदहाली की गाथा गा रही है सूखे व गीले कचड़े के गड्ढों में बीयर की बोतले मक्का के ठेठिए देखने को मिलते है लेकीन कचड़े के नाम पर कुछ नहीं दिखाए देता है इसे देखकर ऐसा लगता है शायद ग्रामवासियों को इसकी जानकारी नहीं है या फिर इसकी जरूरत नहीं है अधिकारीयों व जनप्रतिनिधि द्वारा शिलान्यास भी किया स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम भी अंकित करा दिया लेकीन जमीनी स्तर पर शायद सरकार के मंशानुरूप कार्य न हो पाया जिम्मेदारों मौन।
सरकार द्धारा दिशा निर्देश दिए गए थे घर घर से कचड़ा संग्रहण कर उक्त केंद्र पर इकट्ठा कर उसको पुननिर्माण में किया जाएगा जिससे किसानों के लिए जैविक खाद का निर्माण कराया जाए व अजैविक कचड़े को विक्रय के लिए अलग किया जायेगा राज्य सरकार जैविक खाद को बढ़ावा दे रही है जिससे किसानों की आय दोगुनी हो जैविक खाद से राज्य में रासायनिक खाद के अंधाधुंध इस्तेमाल से लगातार घट रही भूमि की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए यूपी सरकार जैविक खाद के इस्तेमाल के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है।
पर यहां पर सरकारी योजनाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही है ।