उत्तर प्रदेशलखनऊ

ककवन में स्वच्छता की उड़ रहीं जमकर धज्जियां,जिम्मेदारों की अंदेखियों का शिकार हो रहे ग्रामीण!

स्वच्छता मिशन को लगता पलीता —

–स्वच्छता के नाम पर ककवन ग्राम में आने वाली धनराशि हो रही सफेद!

—प्रधान के पक्षपाती रवैया से विवश हो रहे ग्रामीण,लगाया ग्रामीणों ने आरोप !

प्रभाकर अवस्थी
ग्लोबल टाइम्स-7
न्यूज नेटवर्क
बिल्हौर कानपुर:-
जहा एक ओर केंद्र व राज्य सरकारें स्वच्छ भारत अभियान पर रात दिन काम कर सफल बनाने में लगे हैं। जिसके लिए समय समय पर हमारे देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री समेत कई राजनेता व आलाधिकारियों ने स्वयं पहल करते हुए झाड़ू लगाकर यह संदेश दिया की यदि हमें स्वच्छ भारत चाहिए तो इसकी शुरुआत हमे खुद से करनी है। जिसके लिए केंद्र व राज्य सरकारें स्वच्छता पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही हैं। लेकिन अगर हम बिल्हौर तहसील की बात करे तो ज्यादातर गाँव में स्वच्छता अभियान की जमकर धज्जियां उड़ रही है।


मालूम हो कि जनपद की बिल्हौर तहसील के ग्राम पंचायत ककवन है , जहां गांव में घुसते ही आप अंदाजा लगा सकते है की किस कद्र गांव में गंदगी जगहों जगहों पर फ़ैली है। टूटी फूटी पड़ी निकलने वाली सड़को पर सफ़ाई ना होने से भरा गंदा पानी व कीचड़ जिसमे कीड़े बजबजा रहे है। वहा से लोगो का निकलना दूभर है। जिससे आप साफ अंदाजा लगा सकते हैं अधिकारियों की अनदेखी व ग्राम प्रधान की लापरवाही के चलते यहा के ग्रामीण जन नरकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। गंदगी से बीमारी फैलने का अंदेशा बना हुआ। गाँव वालों से जब सफाई व्यवस्था को लेकर सवाल किए तो ग्रामीणों ने अपना दर्द कैमरे पर बया किया। यहां तक ग्रामीणों का आरोप है कि यह ठाकुरों-पंडितों की गली है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि ककवन प्रधान राजू स्वर्णकार पक्षपात करते हैं। इसलिए इस ओर ध्यान नही देते । जहा हम लोगों ने भी कहना बन्द कर। यह ककवन ग्राम पंचायत का स्वच्छता अभियान के प्रति बरती जा रही लापरवाहियों का कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी यह ग्राम पंचायत कई बार चर्चाओं में रही है। जिसमे ग्राम प्रधान पर पक्षपात व अपने चहेतों को निजी लाभ दिलाने के कई आरोप लगते रहे है। लेकिन जिले के आलाधिकारियों की अनदेखी के चलते स्थिति जस की तस बनी हुई हैं।

Global Times 7

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