कड़री गौशाला में मवेशियों की हालत बदतर, पुआल का सूखा चारा खाने को मवेशी हुए मजबूर !

गौशालाओं में गायें मरणासन्न की ओर ! आखिर इन बेजुबानों का कसूर वार कौन,
ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क
शिव शंकर पाण्डेय
20जनवरी2023
कानपुर देहात।
जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते मैथा क्षेत्र के कडरी गौशाला में मवेशियों की हालत बदतर हो गई है ।जहां एक गाय मरणासन्न अवस्था की ओर है। समय पर चारा व पानी न मिलने से गौशाला में मवेशियों की हालत बिगड़ती जा रही है। शुक्रवार की दोपहर लगभग साढ़े ग्यारह बजे तक मवेशियों को चारा नसीब नहीं हुआ। वहां सूखा पड़ा पुआल ही दिखाई पड़ रहा था।भूसा व हरे चारे का कहीं नामोनिशान नहीं था। नादें सूखी पड़ी होना जिम्मेदारों की पोल खोल रही हैं। प्रधान व सचिव की मिलीभगत से मवेशियों के आने वाले फंड का बंदरबांट किया जा रहा है और मवेशियों के लिए उनके मुख से भूसा व हरा चारा कोसों दूर है। जहां मवेशी हरे चारे के लिए तरस रहे हैं।

जहां गौशाला में सैंतीस मवेशी मौजूद हालत में पाए गए। गौशाला में तैनात केयरटेकर अखिलेश, राजेश व मलखान सिंह की तैनाती की गई है।तीन तीन केयरटेकर होने के बावजूद भी गायों को समय पर चारा नहीं मिल पा रहा है आखिर इसकी जिम्मेदारी किसकी है। केयरटेकरों ने बताया उन्हें जो आदेश किया जाता है वह उसका अनुपालन करते हैं। जहां प्रदेश की सरकार गायों के संरक्षण के लिए गौशालाएं खुलवाई और गायों की देखरेख के लिए केयरटेकर को उनको मानदेय पर रखा लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते गायों की हालत बदतर हो रही हैं और सरकार की निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। आखिर इन बेजुबानों का कसूर वार कौन है।