अन्ना पशुओं ने जब स्वयं गौशाला निर्माण हेतु भूमि ढूंढने की कर दी शुरूआत,

लापरवाही –
–महिनों से प्रशासनिक अधिकारी ढूंढ रहे गौशाला हेतु भूमि, सिर्फ आज तक खाली हाथ,तहसील व ब्लाक कर्मी उड़ा रहे अपनी मौजमस्ती!
–क्षेत्रिय खेतिहर मजदूर किसान अन्ना पशुओं से हो रहा निरंतर तबाह !
–कड़कड़ाती ठंड व गलन भरी ठंड में रात – रात जागकर मजबूर किसान कर रहे खेतों की रखवाली !
— तहसील,ब्लाक अधिकारियों के कानों तक नहीं रेंग पाई जूं,सिर्फ जारी हो रहे कागजी आदेश व फरमान,आगामी २०२४ में कहीं समस्या न बन जाए नासूर!
Global Times7 News Network Teem Lucknow Uttar Pradesh
योगीराज में अन्ना पशुओं से निजात दिलाने के लिए गांव गांव गौशालाओं को खुलवाकर भले ही कुछ कार्य किया जा रहा है, और चाहे जितना सरकार बंदोबस्त कर आम जनता को राहत दिलाने का प्रयास कर रही है, लेकिन अफसोस जमीन पर समस्याओं के नाम पर सिर्फ खानापूर्तियां होती ही देखी जा सकती है।
आमतौर पर
यदि जहां कहीं भी बृहद, स्थाई व अस्थाई गौशालाओं का निर्माण कार्य कराया गया तो वहां आज अन्ना पशुओं की संख्या के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही हो रही है,और ऊपर से नीचे तक गौशालाओं के नाम पर आने वाले सरकारी धनराशि की सिर्फ कमीशन खोरी व बंदरबांट तक ही सिमट कर जाता है, जो जग जाहिर है, गौशालाओं के नाम पर खर्च लाखों, करोड़ों का सिर्फ ढिंढोरा ही पीट दिया जाता है,
शासन के मंशानुरूप तो जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा तो आज कल गांव गांव गौशालाओं को खुलवाकर एड़ी चोटी का पसीना बहा कर नित नए फरमान भी जारी किए रहे हैं लेकिन उनके आदेश को मातहत एक रद्दी की टोकरी व झोली तक ही सीमित रख देते हैं, जिसका खामियाजा आमजनता व किसानों को भुगतना पड़ रहा है,
हालात यह कि ढाक के तीन पात, और अन्ना मवेशियों के झुंडों का बोलबाला इन दिनों खेतों,गांवों व सड़कों पर खुलेआम देखने को मिल रहा है लेकिन जनपद, तहसील ब्लाकों आदि के किसी भी अधिकारी व कर्मचारी द्वारा कोई भी कारगर कदम नहीं उठाए जा सके और नहीं कानों में कोई जूं तक रेंगती दिखाई पड़ रही है, और महंगी खाद बीज इसके अलावा अन्ना पशुओं की मार से अन्ना दाता की हालात दिनोदिन बदतर होती जा रही है, यदि जल्द ही सरकार द्वारा कोई बंदोबस्त नहीं किया तो इन सभी समस्याओ का खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है ।
तहसील व ब्लाक अधिकारियों को नहीं मिल सकी आज तक दिलीपनगर गांव में भूमि,नहीं हो सका निर्माण कार्य व अधर में लटकी गौशाला !
जैसा कि प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों के वक्तव्य के मुताबिक अक्सर प्रतिक्रियाएं दी जा रही है, कि गौशाला निर्माण कार्य युद्धस्तर पर जारी है, लेकिन जमीनी स्तर पर सच्चाईया सिर्फ कागजों तक ही सीमित हो रही है।
जहां जनपद के बिल्हौर तहसील के विकास खंड शिवराजपुर की न्याय पंचायत व ग्राम पंचायतों में इन दिनों गांव गांव खूब गौशाला खुल रही है, और बृहद गौशाला का निर्माण भी कार्य कराये जा रहे हैं, वहीं ऐसे में सवाल खड़ा हो जाता है
कि विकास खंड के गांव गांव गौशालाओं का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत करा रही है तो विकास से अछूती एक बृहद न्याय पंचायत दिलीप नगर में भी जिला प्रशासन द्वारा एक बृहद गौशाला निर्माण कार्य कराये जाने हेतु फरमान जारी कर आदेश पारित किया गया था, लेकिन अफसोस आज तक तहसील प्रशासन राजस्व विभाग बिल्हौर व क्षेत्रिय लेखपालों को गांव में गौशाला निर्माण कार्य कराये जाने हेतु भूमि ही नहीं दिखाई पड़ सकी,और तो और पंचायत में गौशाला खुलने सम्वंधित पंचायत सचिव को जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए निर्देशों का गौशाला खुलने से सम्बंधित विषय पर कोई जानकारी ही नहीं प्राप्त हो सकी, जो बहुत ही अचम्भित व आश्चर्यजनक बातें सामने आ रही है, अब सवाल यह है कि प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा जारी किए जा रहे है आदेश व निर्देश क्या निचले स्तर पर कर्मचारियों को सम्वंधित विभाग नहीं उपलब्ध करा रहा है जिसके कारण उनके विभाग द्वारा जारी आदेश पत्रों के बारे में जानकारियां तक नहीं प्राप्त हो पा रही है । मालूम हो कि न्याय पंचायत व
ग्राम सभा दिलीप नगर से जुड़े करीब आधा सैकड़ा गांव व मजरे के लोगों का मानना है कि यदि न्याय पंचायत व ग्राम सभा दिलीप नगर में गौशाला खुल जाती तो आम जनता व सैकड़ों किसानों को काफी राहत मिल सकती थी,लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाहियों के चलते यह कार्य मुमकिन नहीं हो सका, जिसका खामियाजा आमजनता व किसानों को भुगतना पड़ रहा है, जहां आज सैकड़ों किसान अपनी फसलों को अन्ना पशुओं से बचाव करने के लिए रात रात भर जागकर अपने खेतों की रखवाली करने पर विवश हैं ।
कहीं आगामी २०२४ में समस्याएं न बन जाए नासूर, जनप्रतिनिधियों को नहीं है कोई भान !
अब सवाल यह उठता है कि यदि गांव गांव गौशालाओं का निर्माण कार्य कराया जा रहा है तो इस न्याय पंचायत व ग्राम पंचायत में आखिर क्यों नहीं कोई बृहद गौशाला आज तक बनवाई जा सकी है, और यह भी देखा जा रहा है कि सांसद विधायक मंत्री नेता भी गौशालाओं के निर्माण कार्य हेतु निरंतर फीते काट कर शुभारंभ भी कर रहे हैं, लेकिन इस ग्राम सभा में गौशाला आज तक कोई भी गौशाला खुलने जैसे कार्य दूर दूर तक कहीं नहीं दिखाई पड़ रहे हैं, जो किसानों के सामने बहुत बड़ी विकट समस्या खड़ी है ।अब यह देखना होगा कि क्या शासन व जिला प्रशासन द्वारा कोई संज्ञान में लेते हुए कार्यवाहियां आगे अग्रसारित किये जा सकेंगे, अथवा सिर्फ अनगिनत आदेश पत्र ही जारी होते रहेंगे । और किसान की फसलें ऐसे ही तबाह होती रहेंगी।