लखनऊ

सुशासन सप्ताह’ के माध्यम से आम जनता की समस्याओं का त्वरित रूप से मौके पर समाधान कराया जा रहा

Ashish singh
District correspondace
Global times 7news network

फतेहपुर जिले में गुड गवर्नेन्स के अंतर्गत सार्वजनिक सेवा वितरण, स्वास्थ्य, शिक्षा, शिकायत निवारण आदि के क्षेत्रों में की गई कार्यवाहियों के संबंध में सुशासन सप्ताह-प्रशासन गॉव की ओर के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रेक्षागृह सभागार फतेहपुर में जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में वृहद कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला के दौरान मुख्य अतिथि पूर्व जिलाधिकारी श्री राकेश कुमार ने ऑनलाइन के माध्यम से कहा कि जनपद फतेहपुर के विकास पथ पर अग्रसित है, जनपद का गौरवशाली इतिहास है। सुशासन सप्ताह में जन समस्याओं का समाधान समय से होने पर विकास गति को तेजी मिलती है। ग्रामीण क्षेत्रों की छोटी से छोटी समस्याओं का प्राथमिकता के तौर पर निस्तारण हेतु सुशासन सप्ताह दिनांक 19.12.2022 से 25.12.2022 तक मनाया जा रहा है। जिसमें जनपद/तहसील/ब्लॉक स्तरीय अधिकारी गांव-गांव पहुंचकर लोगों की समस्याओं का निस्तारण कर तथा शासन द्वारा विभिन्न विभागों के माध्यम से संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का छूटे एवं पात्र लाभार्थियों को लाभान्वित करेंगे। उन्होंने जनपद के विकास को नया आयाम देने के लिए अपने कार्यकाल एक टेक्सटाइल पार्क शासन स्तर भेजा गया था, आमजन की भलाई के इस पार्क को स्थापित कराने के लिए शासन स्तर पर पैरवी के लिए जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति से अनुरोध किया।
जिलाधिकारी ने जनपद/तहसील/ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को सुशासन प्रथाओं/पहलों पर चौपाल का आयोजन करने और सेवानिवृत्त अधिकारी के परामर्श के साथ जिले के लिए एक विजन की रूपरेखा तैयार करने में प्रमुख शिक्षण संस्थानों के सेवानिवृत्त शिक्षाविदों और विचारकों को भी इसमें शामिल किया जाये। प्रशासनिक अनुभव वर्तमान की ऊर्जा के साथ योजना को पूरा करने में लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने ने कहा कि सुशासन का अंतिम और असली उद्देश्य यह है कि शासन द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ जनपद के सबसे दूरस्थ गांव में रहने वाले हर एक नागरिक तक पहुंचना चाहिए, जिससे अंतिम कतार में खड़े व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हो सके और सुशासन के माध्यम से वांछित परिणाम प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण उत्थान की परिकल्पना जमीनी स्तर पर वास्तविक विकास का आकलन करने के लिए एक परिणाम-आधारित दृष्टिकोण पर बल देती है। 19 दिसंबर से 25 दिसंबर, 2022 तक सुशासन सप्ताह-प्रशासन गॉव की ओर अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से दूरस्थ गाँव के लोगों की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करते हुए योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सतत विकास के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए, योजनाओं को वास्तविक रूप से निचले स्तर पर रहने वाले लोगों की जरूरतों और इच्छाओं को ध्यान में रखना चाहिए और एक पारदर्शी, प्रभावी और जवाबदेह तरीके से नवीनतम तकनीकी साधनों के माध्यम से लागू किया जाना चाहिए। ग्रामीण और उपेक्षित क्षेत्रों का विकास शासन की मुख्य प्राथमिकताओं में से है और शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच की खाई को पाटना है।
मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने कहा कि ’’सुशासन सप्ताह’’ के माध्यम से आम जनता की समस्याओं का त्वरित रूप से मौके पर ही समाधान कराया जा रहा है। इससे एक ओर जहां जन समस्याओं का समाधान किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर जनता और सरकार के बीच बेहतर समन्वय स्थापित होगा। उन्होने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा कि 25 दिसम्बर, 2022 तक ’’सुशासन सप्ताह-प्रशासन गांव की ओर’’ के अन्तर्गत तहसील एवं ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाले विशेष कैम्पों में प्रतिभाग कर अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी(वित्त/राजस्व) विनय कुमार पाठक ने पूर्व में तथा चल रहे सुशासन सप्ताह के दौरान प्राप्त उपलब्धियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। सुशासन का मुख्य उददेश्य लोगों के प्रति अच्छा व्यवहार, सौपें गये दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक करने एवं आम जनमानस की प्राप्त शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से करना है।
इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सदर, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर, उप कृषि निदेशक, जिला कृषि अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, जिला प्रबंधक नाबार्ड, जिला उद्यान अधिकारी सहित अनेक जनपद स्तरीय अधिकारियों सहित नगर/ग्रामीण अंचल से आयी हुई जनता उपस्थित रही।

Alok Mishra

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