मुख्य विकास अधिकारी को समीक्षा बैठक में मिली खामियां !

मुख्य विकास अधिकारी ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना एवं विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि अंतर्गत कराए गए कार्यों की समीक्षा की, दिए आवश्यक निर्देश*
मुख्य विकास अधिकारी को समीक्षा में मिली कई खामियां, यू0पी0एस0आई0सी0 खण्ड-1 एवं क्षेत्रीय प्रबन्धक यू0पी0एस0आई0सी0 कानपुर के अधिशासी अभियन्ता पर कठोर कार्यवाही किये जाने के दिए निर्देश
अधिशाषी अभियंता जल निगम द्वारा भी कार्यों में लापरवाही बरतने एवं बैठक में अनुपस्थित होने पर चेतावनी देते हुए कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए
ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात
21 अक्टूबर 2022
बताते चले कि मुख्य विकास अधिकारी सौम्या पाण्डेय की अध्यक्षता में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना एवं विधान मण्डल क्षेत्र विकास निधि की समीक्षा बैठक में विकास भवन के सभागार में की गयी। बैठक में यू0पी0एस0आई0सी0 कानपुर खण्ड-1, खण्ड-2, खण्ड-6, क्षेत्रीय प्रबन्धक यू0पी0एस0आई0सी0 आगरा, क्षेत्रीय प्रबन्धक यू0पी0एस0आई0सी0 कानपुर, परियोजना अधिकारी नेडा, सेवा अभियन्ता यू0पी0 एग्रो, उ0प्र0 जल निगम की कार्यदायी संस्थाओं से सम्बन्धित अधिकारीगणों एवं विधायक निधि के अन्तर्गत जनपद के विभिन्न विद्यालयों के प्रबन्धक/
प्रधानाचार्यो द्वारा प्रतिभाग किया गया। बैठक में यू0पी0एस0आई0सी0 खण्ड-1 एवं क्षेत्रीय प्रबन्धक यू0पी0एस0आई0सी0 कानपुर के अधिशासी अभियन्ता श्री ए0के0 झा0 तथा यू0पी0एस0आई0सी0 खण्ड-6 के अधिशासी अभियन्ता श्री राजीव त्रिपाठी अनुपस्थित रहे, जिसके कारण इनके कार्यों की समीक्षा नहीं की जा सकी। इस पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा रोष व्यक्त करते हुए इन अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही अधिशासी अभियन्ता उ0प्र0 जल निगम के द्वारा काफी पुराने कार्यों को अब तक पूर्ण न किये जाने तथा बैठक में अनुपस्थित रहने पर चेतावनी एवं कड़ी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि समस्त कार्यदायी संस्थाएं कार्यों को शीघ्र ही पूर्ण करें साथ ही जिन कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कार्यों को पूर्ण किये जाने में लापरवाही बरती जा रही है उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
इसके पश्चात उन्होंने विधायक निधि के अन्तर्गत जनपद के विभिन्न विद्यालयों से आये प्रबन्धक/प्रधानाचार्यों को स्वीकृत कार्य की द्वितीय किश्त की मांग करने एवं पूर्ण हुए कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।