सिर्फ गोगूमऊ गांव ही नहीं है,आठ और ग्राम पंचायतें हैं

चौबेपुर विकास के 58ग्राम पंचायतों में से 29 ग्राम पंचायतों से नदारद रहे लेखपाल!
बिल्हौर तहसील के 29 लेखपाल रहे नदारद,संडीला लेखपाल ने निभाई अपनी जिम्मेदारी !
डीएम व सीडीओ ने लिया संज्ञान,एडीएम एफआर को दिये जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करने के निर्देश !
ALOK MISHRA
Global Times7 News Network Lucknow
Uttar Pradesh
सिर्फ गोगूमऊ गांव ही नहीं है,आठ और ग्राम पंचायतें हैं,पूरा में बैठा हूं प्रधान जी के घर आ जाईये,बिल्हौर तहसील में अभी हूं, मेरे पास एक गांव नहीं हूं मैं तो क्षेत्र भ्रमण करता हूं, खसरों के पन्ने पलट रहा हूं मुझे जानकारी नहीं! उक्त पंक्तियां जनपद के कुछ जिम्मेदार लेखपाल अफसरों की कार्यप्रणाली एवं सक्रियता को निर्वहन कर आदेशों को पूर्णतया जिम्मेदारी के साथ निर्वान पर स्वयं ही बयां कर रही है।
शासन के मंशानुरूप गांवों की जनता को हर सुख सुविधाएं एवं महत्वाकांक्षी सरकारी योजनाओं से हर गरीब परिवार को लाभ प्राप्त हो सके, किसी भी समस्याओ का सामना न करना पड़े,और गांव की ग्रामीण जनता को तहसील, ब्लाक,थाना, इत्यादि की भाग दौड़ व्यर्थ में न लगानी पड़े, अर्थात छोटी छोटी समस्याओ के कारण सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाना पड़े, बल्कि हर ग्रामीण को उसके ही घर की दहलीज पर ही अर्थात गांव में पंचायती राज व्यवस्था के तहत पंचायत सचिवालय से सभी विभागीय कार्य आसानी से करा सकें, जिसके लिए यूपी के जनपद से कानपुर जिला प्रशासन ने इस पहल की शुरुआत अर्थात इस विषय का शुभारंभ जनपद से बीते तीन सप्ताह से किया जा चुका है, जोकि शायद ही किसी जनपद में अभी तक ऐसी व्यवस्था लागू हो सकी हो जोकि पहली ऐसी बेहतरीन व्यवस्था साबित हो कर सामने उभर कर आ रही है, वहीं जिसके परिणाम ग्रामीण क्षेत्रों में भी आने शुरू होने लगे हैं, जिसपर लोगों का कहना है कि यह व्यवस्था तो अच्छी है लेकिन इसे सुदृढ़ ढंग लागू कराये जाने की अति आवश्यकता है,
मालूम हो कि पंचायतीराज व्यवस्था के सहयोग से एवं जिला प्रशासन के निर्देशन के क्रम में जनपद के सभी विकास खंडों की कुल 590 ग्राम पंचायतों में रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था को सुदृढ़ कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर से तैयारी हेतु नित नये दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं, और जहां जनपद के लगभग सभी विकास खंडों में रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था सूची तैयार होकर जारी भी हो चुकी है,
जोकि कानपुर जनपद के पंचायती राज विभाग की सराहनीय पहल भी साबित हो रही है ।
चौबेपुर विकास खंड 58 में 29 ग्रामपंचायतों से सोमवार को नदारद रहे क्षेत्रिय लेखपाल, संडीला लेखपाल ने सिर्फ निभाई अपनी जिम्मेदारी!
जनपद में रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था जरुर लागू हो गई है लेकिन जनपद के बिल्हौर तहसील प्रशासन के लचर कार्यप्रणाली व्यवस्था पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं, जहां लेखपालों की ग्राम पंचायतों में से सोमवार को सारे दिन नदारद होने की सूचनाएं प्राप्त होती रही,
सोमवार को प्राप्त रोस्टर चार्ट प्रणाली को लेकर प्राप्त खबरों के मुताबिक जब इस विषय की मीडिया टीम द्वारा सर्वे व मानटर्निंग रिपोर्ट तैयार करने का प्रयास किया गया तो लापरवाह लेखपालों की पोल खुल कर सामने आने लगी,
चौबेपुर विकास खंड की ५८ ग्राम पंचायतों के लगभग ३० ग्राम पंचायतों का सोमवार को परीक्षण कर प्राप्त करने की कोशिश की तो लेखपालों के जवाब ल कार्यशैलियां भी उजागर होकर सामने निकल आयी । लेकिन एक दो जिम्मेदार वरिष्ठ लेखपाल अधिकारियों ने अपनी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन भी करने का प्रयास किया,जोकि संडीला गांव के लेखपाल से सभी लापरवाह लेखपालों को कुछ सबक भी लेना चाहिए । जिन्हें ग्राम सभा में बैठ कर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना उचित समझा।
आईये साथियों एक नज़र डालते हैं चौबेपुर विकास की लगभग ३० ग्राम पंचायतों में तैनात क्षेत्रिय लेखपालों के स्टाइलिस्ट जवाबों पर
चौबेपुर विकास की ग्राम पंचायतों में गोगूमऊ लेखपाल प्रभात त्रिपाठी पंचायत सचिवालय नहीं पहुंचने का प्रयास किया, तो उन्होंने एक ही गांव में तैनाती नहीं होने की बात समझाई, उन्होंने कहा मैं एक दो नहीं आठ गांव का लेखपाल हूं, रौतापुर न्याय पंचायत की चार ग्राम पंचायतें जो चौबेपुर विकास में आती है व चार ग्राम पंचायतें न्याय पंचायत विलहन शिवराजपुर विकासखण्ड का लेखपाल हूं, मैं मौजूदा हालात में आठ ग्राम पंचायतों का जिम्मा सम्भाल रहा हूं मुझे रोस्टर की कोई जानकारी नहीं है,
घनश्यामपुर लेखपाल विपिन कुमार पंचायत सचिवालय नहीं पहुंचे, जानकारी पर उन्होंने पूरा में जीटी रोड के पास प्रधान के घर में बैठे होने की बात समझा दी, सहज्योरा लेखपाल सुषमा ने रोस्टर जानकारी से साफ इन्कार करते हुए बिल्हौर तहसील में मौजूद होने की बात कह डाली, बेहटा लेखपाल ने छुट्टी पर होने जानकारी दी, निगोहा लेखपाल प्रियंका शाहू कानपुर में मौजूद होने की बात कही, पारा प्रतापपुर लेखपाल ज्ञान प्रकाश ने गांव से अपना स्थानांतरण हो जाने
जानकारी दी,
इंदलपुर शिवराजपुर लेखपाल महेश कुमार ने बताया कि मैं तो चलता फिरता लेखपाल हूं क्योंकि एक गांव का जिम्मा थोडे ही निभाना होता है अभी मैं चौबेपुर हूं,
लेखपाल रविन्द्र पाल ने रोस्टर चार्ट के तहत गांव से नदारद रहने के साथ नाथूपुर में मौजूद रहे,जबकि रोस्टर नाथू पुर गांव में था ।
इसके अलावा गौरी लक्खा सर्वैश यादव, इंदलपुर जुगराज पुर उमाशंकर कमल, सुनौढा महेंद्र पाल ,तरी पाठकपुर अरविंद शुक्ला,जरारी विजय शंकर शुक्ला,भाऊपुर माधौ सिंह शशिदेवी, बहालीपुर अनामिका सिंह, कुकरा देव बिरितियान हिमांशु पाण्डेय,अमिलिहा राघवेंद्र प्रताप सिंह,
विशुनपुर रविन्द्र पाल,विरोह पियूष, ततारपुर आशुतोष, बसंठी अचल सिंह, खरगपुर अभिनव बाजपेई इत्यादि क्षेत्रिय लेखपाल सोमवार को रोस्टर चार्ट प्रणाली बैठक सूची के तहत अपने अपने गांव से नदारद रहे ।
वहीं, जिन्होंने जिला प्रशासन द्वारा जारी किए दिशा निर्देशों व अपनी जिम्मेदारी का कद्र समझा वह संडीला शैलेश श्रीवास्तव लेखपाल ने गांव में रोस्टर चार्ट बैठक के तहत अपनी ड्यूटी निभाने का प्रयास भी किया ।
डीएम व सीडीओ द्वारा लिया संज्ञान, रिपोर्ट मंगाकर कार्यवाही सुनिश्चित किये जाने की कही गई बात —

संज्ञान में आया है, एडीएम एफआर को निर्देशित किया जाएगा, सभी विषयों की जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करें, कार्रवाई जरूर सुनिश्चित की जाएगी-
विशाख जी अय्यर जिलाधिकारी,कानपुर नगर

पंचायतों में रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था सूची में जो भी लापरवाही बरतने का प्रयास करेगा, उसके प्रति विभागीय वैधानिक कार्यवाही अवश्य अमल में लाई जाएगी,कार्यवाही के लिए एडीएम को लिख दिया गया है –
सुधीर कुमार,मुख्य विकाश अधिकारी कानपुर नगर