चौबेपुर रोस्टर चार्ट सूची व लापरवाह लेखपालों की मिल रही सूचना पर सीडीओ ने लिया संज्ञान, होगी रिपोर्ट तलब !

अधिकांश लेखपालों व कुछ सचिवों द्वारा रोस्टर चार्ट को बनाया जा रहा मजाक,दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों से बुधवार को लेखपाल रहे नदारद !
जनपद की चौबेपुर विकास खंड से रोस्टर चार्ट सूची अभी भी है गायब,कार्यवाही तय !
चौबेपुर रोस्टर चार्ट सूची व लापरवाह लेखपालों की मिल रही सूचना पर सीडीओ ने लिया संज्ञान, होगी रिपोर्ट तलब !
पंचायतों में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ ढंग से क्रियान्वित कराने हेतु डीपीआरओ ने आमजन मानस से की अपील!
Global Times7 News Network Teem Lucknow Uttar Pradesh
शासन की मंशानुरूप गांवों की समस्याओ को गांव के दहलीज पर ही हर हाल में निपटाया जा सके,जिसके चलते जिला प्रशासन द्वारा एवं पंचायती राज विभाग के सहयोग से जनपद की ५९० ग्राम पंचायतों में एक ही छत के नीचे सभी विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों के गांवों में बैठने हेतु रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली की अपनाई गई, जिसके चलते अब गांवों के पंचायत सचिवालयों में राजस्व लेखपाल, पंचायत सचिव, आशा बहू, आंगनबाड़ी, रोजगार सेवक व पंचायत सहायकों रोस्टर चार्ट के बाल पेटिंग कराने बाद बैठकें करना अनिवार्य किया गया,
वहीं जिला प्रशासन व पंचायती राज विभाग के द्वारा जनपद के सभी दसों विकास खंड, चारों तहसीलों के राजस्व लेखपालों सहित बाल विकास पुष्टाहार व स्वास्थ्य विभाग के ग्राम पंचायत स्तरीय तैनात कर्मचारियों को सख़्त निर्देश भी पूर्व में जारी किये जा चुके हैं , लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों से प्रायः सूचनायें निरंतर यही अभी तक प्राप्त हो रही है कि कुछ पंचायत सचिवों व पंचायत सहायकों को छोड़कर कोई भी राजस्व लेखपाल, आशा बहू, आंगनबाड़ी रोजगार सेवक, अभी तक पंचायत सचिवालयों में आज तक किसी भी बैठक करना मुनासिब समझा नहीं रहें हैं न हि लोगों की समस्याओ को संज्ञान में लेते हुए उचित कार्यवाही करने का प्रयास कर रहे हैं जिन्हें आज भी तहसीलों व ब्लाक कार्यालय के मजबूरी वश चक्कर लगाने पड़ रहें हैं,
लेखपालों द्वारा इस व्यवस्था को निरंतर बनाया जा रहा मजाक, रोस्टर अनुरूप आज तक पंचायत सचिवालयों में नहीं पहुंचे !
सूत्रों के मुताबिक पंचायती राज विभाग एवं जिला प्रशासन द्वारा जारी किए आदेश एवं नियमावली तो गांवों में बेहतर परिणाम सामने आ रहे हैं लेकिन जनपद के अधिकारियों के निर्देशों का पालन तहसील प्रशासन के राजस्व विभाग द्वारा अमल में नहीं लाया जाता नजर आ रहा है । जहां राजस्व कर्मी लेखपालों आज तक इस रोस्टर व्यवस्था की ओर अभी तक देखा तक नहीं, पंचायत सचिवालयों में बैठ कर कार्य की बात तो कोसों दूर है , जोकि तहसील प्रशासन और जिला प्रशासन के लिए एक चुनौती पूर्ण बात भी साबित हो रही है ।
मालूम हो कि दिन बुद्ववार को भी टीम साथियों द्वारा एक मानटर्निंग रिपोर्ट तैयार की गई है जिसमें कि जनपद के सिर्फ दो विकास खंड विकास शिवराजपुर व ककवन ब्लाक की दो दर्जन से अधिक ग्राम पंचायतों से लेखपाल अपनी अपनी जिम्मेदारियों से भागते हुए आए और तैनाती ग्राम पंचायतों के पंचायत सचिवालयों में नहीं पहुंचे, शिवराजपुर विकास खंड की बिलहन ग्राम पंचायत में लेखपाल प्रभात त्रिपाठी, छतरपुर उमेश श्रीवास्तव, मनोह पंचायत दिलीप सचान, सखरेज अजय त्रिपाठी, रतनपुर सतीश कुमार, डोडवा जमौली विकास वर्मा, कुंवरपुर कुकरी सुनील चतुर्वेदी रोस्टर चार्ट के मुताबिक आज तक पंचायत सचिवालयों नहीं पहुंचे, वहीं ककवन ब्लाक में लेखपाल ग्राम सभा शाहपुर दुलू राघवेन्द्र प्रताप सिंह, इब्राहिम रौस विमल बाजपेई, मौजमपुर अजय वर्मा, उत्तमपुर ग्राम पंचायत में तैनात प्रमोद कुमार, इत्यादि दोनों ब्लाकों की ग्राम पंचायतों में दो दर्जन से अधिक लेखपाल अपनी अपनी ग्राम सभाओं में रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था से पंचायत सचिवालयों से टीम सर्वे के दौरान नदारद रहे । जो विकास खंड सम्वंधित तहसील बिल्हौर के प्रशासनिक अधिकारियों के लिए पंचायती राज व्यवस्था को खुलेआम चुनौती साबित हो रही है । जहां सूचना यह भी रही कि कुछ ग्राम पंचायतों में रोस्टर चार्ट प्रणाली बैठक की बाल पेंटिंग ही नहीं है सकी है और पंचायत सचिवों का यदा कदा ही पंचायतों में दौड़ा लग जाता है, इसके अलावा जनपद के सिर्फ विकास खंड चौबेपुर की अभी तक रोस्टर चार्ट सूची तैयार नहीं हो सकी है जो लापरवाहियों का प्रतीक भी माना जा सकता है ,
लापरवाह लेखपालों व सचिवों की रिपोर्ट तलब कर अवश्य की जाएगी कार्यवाही ! –
मुख्य विकास अधिकारी सुधीर कुमार ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में जो भी लापरवाही बरतने का प्रयास करेगा, कार्रवाई सुनिश्चित करने का प्रयास किया, लेखपालों से सम्वंधित रिपोर्ट सम्वंधित तहसीलों के एसडीएम व तहसीलदार से एवं सचिवों की रिपोर्ट खंड विकास कार्यालयों से मांगी जा रही है, ग्राम पंचायतों में पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए अवश्य कार्रवाई होगी, लापरवाह लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा ।
सिर्फ कानपुर पंचायती राज विभाग द्वारा दी नई व्यवस्था को जन्म एवं सराहनीय कार्य!

यदि इस रोस्टर चार्ट बैठक प्रणाली व्यवस्था की बात कही जाए तो शायद किसी जनपद में यह नई व्यवस्था को लागू करने का प्रयास किया गया है, इस विषय पर डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया कि ग्राम पंचायतों की काफी समस्याओ को ध्यान में रखते हुए यह व्यवस्था व पहल करने प्रयास किया गया है! जो भी पंचायत स्तरीय कर्मचारी अपनी जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही बरतने का कार्य करे उसकी सुचना तुरंत सम्वंधित ब्लाक व जनपद स्तरीय अधिकारियों को भी अवगत कराने का प्रयास करें, जिससे अग्रिम कार्यवाहियां भी की जा सके ।
जनपद की सभी ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों से भी अपील की जाती है कि पंचायती राज विभाग द्वारा जारी इस नई व्यवस्था को सफल बनाने का प्रयास करें जिससे कि सरकार के मंशानुरूप इसे और भी बेहतर बनाने का प्रयास किया जा सके ।