बिधूना में श्री रामलीला महोत्सव में दर्शकों की उमड़ रही भीड़

कानपुर
राम वन गमन दशरथ मरण का मंचन देख मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट राम प्रकाश शर्मा। 21 अक्टूबर 2024
#बिधूना,औरैया। श्री रामलीला महोत्सव समिति बिधूना के तत्वाधान में रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के मौके पर देश के सुविख्यात कलाकारों द्वारा राम कलेवा राम वन गमन दशरथ मरण की प्रस्तुत की गई मार्मिक लीला देख दर्शक मंत्र मुक्त हुए। इस रामलीला महोत्सव का शुभारंभ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अभय सेंगर एडवोकेट द्वारा फीता काटकर आरती के साथ किया गया। कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अभय सेंगर के साथ वहां मौजूद सभी अतिथियों का रामलीला आयोजन समिति द्वारा फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया गया। .इस मौके पर संबोधित करते हुए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष अभय सेंगर ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के आदर्शों से मानव को आज प्रेरणा लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पश्चात सभ्यता की अंधी दौड़ में मानव के आज आध्यात्मिकता और सनातनी भारतीय संस्कृति से मुंह मोड़ने के कारण समाज में समस्याएं उत्पन्न हो रही है। ऐसे में आज मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के आदर्श आत्मसात करने से मानव समस्याओं से आसानी से छुटकारा पा सकता है। श्री सेंगर ने कहा कि कार्यक्रम संयोजक पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एलएस बिधूना की परसों पुरानी परंपरागत रामलीला के संपादन की जिम्मेदारी पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। इसलिए वह बधाई के पात्र हैं। इस मौके कार्यक्रम संयोजक एवं श्री रामलीला समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एलएस ने कहा कि बिधूना की प्राचीन ऐतिहासिक रामलीला क्षेत्र की सम्मानित जनता के साथ समूचे देश के लोगों के सहयोग से संपादित करने का भरसक प्रयास कर रहा हूं लेकिन इसके बावजूद भी सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि इस रामलीला परसों पुरानी परंपरा के निर्वहन करने में भी कुछ तथाकथित लोग साजिशें करने से नहीं चूक रहे हैं लेकिन जनता व प्रशासन के साथ सभी के सहयोग से रामलीला का सफल मंचन चल रहा है। तत्पश्चात राम सीता के विवाह के उपरांत जनकपुर में राम कलेवा होता है और भगवान श्रीराम सीता के साथ अयोध्या जाते। बाद में करके द्वारा मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के लिए 14 वर्ष का वनवास और अपने पुत्र भरत को राजगद्दी का राजा दशरथ से वरदान मांगा जाता है। जिस पर श्री राम-सीता और लक्ष्मण 14 वर्ष के लिए वन गमन करते हैं। राम के वियोग में महाराजा दशरथ अपने प्राण त्याग देते हैं, जिससे समूची अयोध्या शोक में डूब जाती है। भरत शत्रुघ्न राजा दशरथ का अंतिम संस्कार करने के बाद सीताराम लक्ष्मण को वन से वापस लाने के लिए चल देते हैं और चित्रकूट में भगवान श्री राम और भारत का भावपूर्ण मिलन दर्शकों का हृदय भाव विभोर हो जाता है। रामलीला का भव्य आकर्षक मंचन देख दर्शक मंत्र मुग्ध हुए। इस अवसर पर भानू ठाकुर, छत्रपाल सिंह वर्मा, अवसर पर गुड्डू श्रीवास्तव, राजेश प्रताप सिंह यादव, विशाल चौहान, अमन गुप्ता, सुबोध गुप्ता, पत्रकार हरगोविंद सिंह सेंगर, भारत गुप्ता, महेश बाथम, बिंतू गुप्ता, रघुनाथ गुप्ता, डॉ रिंकू तिवारी आदि प्रमुख लोगों के साथ भारी संख्या में दर्शक मौजूद थे।