बैंक कर्मचारी नहीं कर सकेंगे अभद्रता प्रेम सहानुभूति से करेंगे कर्ज अदायगी!
बैंक का कोई कर्मचारी नहीं बना सकेगा प्रेशर

*अब बैंक शाखा कर्मी, अपने बैंक लोन खाता धारको़ से प्यार भरी बातेंकर, बडे ही विनम्रता पूर्वक एवं सरलता भरी वाणी से मांगे़गे अपनी ही बैंक कर्ज का पैसा, हुआ सर्कुलर जारी*
प्रताडना का शिकार हुये हाल ही में कानपुर जनपद से जुडे घाटपुर तहसील के साढ क्षेत्र की बडौदा यू पी बैंक शाखा अंतर्गत गांव देवरा में कर्ज धारक किसान द्वारा किये सोसाईट के बाद शीर्ष बैंक अफसरों द्वारा जारी किया गया बैंक शाखा कर्मियों के लिये ऐसा सर्कुलर : विभागीय सूत्र
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मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बटोरती ग्रामीण क्षेत्रों के बैंक खाता धारकों को बंटे हुये लोन रूपी कर्ज को वसूलकर बैंक में शाखा कर्मी अपनी क्रेज बढाने के चक्कर में एवं वसूल हुये लोनपर कमीशन प्रतिशत के लालच में आकर प्राईवेट कर्मियों के द्वारा बदसलूके मामले उजागर हो रहे हैं, परिणमत: बैंक कर्मियों द्वारा अपने बैंक के ऋण खाता धारकों यथा गरीब किसानो, छुटभैया दुकानदारों, पशुपालन, छोटा मोटा व्यापार कर जीवकोंपार्जन हेतु लोन लेना आदि जैसे मामलों में बैंक अफसरों द्वारा बार बार तरह तरह के प्रताडित भरे लहज शब्दों का इस्तेमाल करते हुये उन्हें नोटिस भिजवाने जैसी धमकियां, कोर्ट कचहरी थाना पुलिस के हवाले कराने आदि की कार्यशैलियां अपनाकर लोन वसूली में अपना खिताब जीतते हुये प्राईवेट करृमियों को अपना प्रतिशत कमीशन रूपी उल्लू सीधा करने में अभी तक महारथ हासिल किये थे, लेकिन वहीं अब इन सभी मामलों में अंकुश लगाये जाने का प्रावधान बनता नजर आने लगा है और बैंक शाखा लोन खाता धारकों के लिये भी कुछ राहत भरी खबर सामने आई है।
मालूम हो कि जनपद के घाटमपुर तहसील साढ थाना क्षेत्र अंतर्गत इटर्रा स्थित बैंक शाखा बडौदा यूपी ग्रामीण बैंक कार्यक्षेत्र गांव देवरा निवासी एक किसान ने बैंक से कुछ कर्ज लिया था, जिसमें किसान के परिजनो व सगे सम्वंधियों व ग्रामीणो के आरोपों के मुताबिक बैंक शाखा कर्मी बार बार बैंक के कर्ज का पैसा जल्द से जल्द जमाकराने का अक्सर दबाव बनाते रहते थे, यहां तक कि यदि बैंक के कर्ज का पैसा न जमा करने पर नोटिस भिजवाने, आरसी कटवाने, घर की कुडृकी आदि प्रक्रियायों का मौखिक तौर बाते कर प्रताडित करने जैसी कार्यशैलियां अपनाने के तदोंपरांत, बेचारा गरीब किसान बैंक कर्ज से तो कम बैंक कर्मियों की प्रताडना के चलते हताश होकर सोसाईट कर लिया, जहां मामला मीडिया में काफी दिनों तक सुर्खियां बटोरने अर्थात हाईलाईट होने पर शासन,प्रशासन की किरकिरी होने के तदोपरांत शीर्ष बैंक अफसरों ऐसे प्रकरणों का गम्भीरता पूर्वक संज्ञान लेने का प्रयास किया , बैंक विभागीय अफसर सूत्रों के मुताबिक ऐसे घटित होने वाले प्रकारणों के माध्यम से बैंक की साख पर धब्बा न लग सके, तो सम्वंधित शीर्ष बैंक अफसरों ने सभी बैंक कर्मियों को एक विभागीय सर्कुलर रूपी आदेश जारी कर सख्त निर्देश दिये हैं कि अब कोई भी बैंक शाखा कर्मी किसी भी लोन खाता धारक के बदसूलकी के साथ पेश नहीं आयेगा और न ही किसी तरह की प्रताडने भरे शब्दों का इस्तेमाल करने का प्रयास करेंगा, बल्कि उस लोन खाता धारक घर पर बैंक कर्मी जाकर उससे बडे ही विनम्र एव़ सरल स्व्भाव से बात कर बैंक की योजनाओं के लाभों को समझाकर और उस लोन धारक को बैंक कर्ज के पैसे न जमा करने से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तृत जानकारी देने के तदोपरांत लोन धारक की पूर्ण रजामंदी पर ही उसके लोन केस की की प्रक्रिया पूर्ण करेंगे, और हां यह सख्त निदेश भी दर्शाया गया है, कि यदि किसी भी बैंक लोन खाता धारक के माध्यम से प्राप्त हुई शिकायतों में बैंक शाखा कर्मी भविष्य में बैंक शाखा इटर्रा के गांव देवरा के उदाहरण की तरह संलिप्तता एवं कार्यशैली अपनाई गई, तो सूचना प्राप्त होने व जांच समीक्षोपरांत उस बैंक शाखा कर्मी के प्रति न्याय संगत एवं वैधानिक कार्यवाही भी अमल लाये जाने का प्रयास किया जायेगा,
खबर संकलित रिपोर्ट –
*आलोक मिश्रा*
की कलम से,,,,,!
*GT 7न्यूज नेटवर्क एम डी एडमिनिटेशन& टेक्निक्निकल डिपार्टमेंट*
*राष्टीय पत्रकार सुरक्षा परिषद (रजि) आईटीसेल,प्रभारी प्रदेश कमेटी, लखनऊ उत्तर प्रदेश
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