डीएलएड प्रशिक्षु परखेंगे संकुल शिक्षकों एवं एआरपी द्वारा चयनित बच्चों का शैक्षिक स्तर

1 से 15 नवम्बर 2023 के बीच डायट प्रशिक्षु करेंगे संकुल शिक्षकों एवं एआरपी द्वारा चयनित विद्यालयों में बच्चों का निपुण लक्ष्य ऐप पर असेसमेंट
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात.
परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से तीन तक के बच्चों के शैक्षिक स्तर का मूल्यांकन जिले के डीएलएड प्रशिक्षु करेंगे। इसके लिए निपुण लक्ष्य एप पर दर्ज किए जाने वाले मूल्यांकन के परिणाम का डेटा तैयार होगा जोकि शिक्षकों के साथ साझा होगा ताकि वह सुधार के लिए पहल करें। मूल्यांकन की रिपोर्ट बीएसए और डायट प्राचार्य को भेजी जाएगी। डीएलएड प्रशिक्षुओं को पांच सौ रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसके लिए 9.45 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। मूल्यांकन का कार्य एक से 15 नवंबर तक चलेगा। जिले के सभी संकुल शिक्षकों एवं एआरपी द्वारा चयनित स्कूलों को कवर करने का लक्ष्य तय किया गया है।
स्कूलों में बच्चों ने निपुण लक्ष्य को कितना हासिल किया है अब इसके मूल्यांकन की कठोर तैयारी की गई है। मूल्यांकन की जिम्मेदारी डीएलएड प्रशिक्षुओं को सौंपी गई है। डीएलएड प्रशिक्षु कक्षा-एक से तीन के बच्चों का रैंडम आधार पर निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से मूल्यांकन करेंगे। इस प्रक्रिया को गुणवत्तापूर्ण ढंग से क्रियान्वित करने के लिए प्रशिक्षुओं का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी होगा।
हर स्कूल में चिह्नित होंगे निपुण छात्र-
कक्षा एक से तीन में अध्ययनरत ऐसे विद्यार्थी, जो अपनी कक्षा के हिन्दी व गणित विषयों के निपुण लक्ष्यों को हासिल कर लिए हैं वह निपुण छात्र बनेंगे। उनकी सूची तैयार की जाएगी। प्रत्येक माह एसएमसी की बैठक में निपुण सम्मान समारोह में बच्चों के अभिभावकों व समुदाय के गणमान्य लोगों के बीच उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
प्रत्येक स्कूल के 30 बच्चों का होगा मूल्यांकन-
डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा कक्षा एक से तीन के बच्चों का रैंडम आधार पर निपुण लक्ष्य ऐप के माध्यम से मूल्यांकन किया जाएगा। प्रत्येक प्रशिक्षु एक विद्यालय के 30 बच्चों का मूल्यांकन करेंगे। 10 बच्चों के शैक्षिक स्तर का आकलन होगा। डीएलएड प्रशिक्षु मूल्यांकन का कार्य अपने स्मार्टफोन या टैबलेट के माध्यम से करेंगे।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धी पाण्डेय ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में निपुण भारत अभियान की वास्तविक स्थिति के लिए सर्वे होगा। इसके लिए खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह तैयारी कर लें।