बिधूना क्षेत्र में अधिकारियों की नाक तले बिना अनुमति हो रहा अवैध भूखनन

सत्ता पक्ष के तथाकथित नेताओं के संरक्षण में भूखनन की हो रही चर्चाएं
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
18 सितंबर 2023
#बिधूना,औरैया।
बिधूना क्षेत्र में इन दिनों सत्ता पक्ष के तथाकथित नेताओं के संरक्षण में सरेआम अधिकारियों की नाक के तले रात दिन अवैध रूप से मिट्टी का खनन जारी है। बिना रॉयल्टी बिना अनुमति के हो रहे अवैध भूखनन से जहां सरकार के राजस्व को चूना लग रहा है वहीं पर्यावरण को भी गंभीर खतरा पहुंचने से बुद्धिजीवी बेहद चिंतित है।
इन दिनों बिधूना नगर के साथ ही तहसील क्षेत्र के हमीरपुर, भाईपुर, लखनयारे, उडेलापुर, रुरुगंज, रठगांव, भटौली, गूरा, असजना, चपोरा, पसुआ, कटरा, रुपपुर, सबहद, मढामाझी, झील, रुरुगंज, धनवाली, रामनगर, पुर्वा पट्टी, चिरकुआ, उसरहा, मडोकमीत, सहार, अछल्दा, कुदरकोट, वैवाह, रामगढ़, रुरुकला, मऊ, कछपुरा, बमुराहा, सबहद, सरायं प्रथम, ऐली, गुरुखुंदा, हरचंदापुर, रतनपुर, समायन आदि गांवों के आसपास अवैध रूप से बिना रॉयल्टी जमा किए एवं बिना किसी अनुमति के सत्ता पक्ष के तथाकथित नेताओं के संरक्षण में उनके चहेते खनन माफियाओं के साथ ही सत्ता पक्ष के तथाकथित कुछ छुटभैया नेताओं द्वारा भी जेसीबी मशीनों से भूखनन कराकर ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर बिधूना कस्बे के साथ ही आस-पास के गांवों में जरूरतमंदों को प्रति ट्राली 800 से 1000 रुपए तक मिट्टी बेची जा रही है। यह ज्यादातर खनन माफिया अधिकांश अवैध खनन रात के समय कराते हैं जबकि सत्ता की हनक में कुछ प्रभावशाली खनन माफिया रात दिन 24 घंटे अवैध भूखनन को अंजाम देने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते दिख रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस अवैध भूखनन की जानकारी संबंधित प्रशासन, खनन अधिकारियों या पुलिस को नहीं है बल्कि यह सब जानते हुए भी वह इस ओर से चुप्पी साधे हुए हैं। जनचर्चा तो आम यह है कि संबंधित अधिकारी खनन माफियाओं से मोटी बधौरी वसूल रहे हैं शायद इसी कारण इस पर अंकुश नहीं लग रहा है। अवैध रूप से हो रहे भूखनन के संबंध में लगातार आवाजें बुलंद किए जाने के बावजूद संबंधित अधिकारियों की खनन माफियाओं से मिलीभगत के चलते भूखनन पर अंकुश नहीं लग रहा है और खनन माफिया बेखौफ होकर अवैध खनन को अंजाम देते नजर आ रहे हैं। इस अवैध खनन से जहां सरकार के राजस्व को चूना लग रहा है वही पर्यावरण को भी गंभीर खतरा पहुंचने से क्षेत्रीय पर्यावरणविद व बुद्धिजीवी बेहद चिंतित हैं। क्षेत्रीय जागरूक लोगों ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन व जिला प्रशासन को शिकायती पत्र भेजकर चल अवैध खनन पर प्रतिबंध लगाए जाने के साथ इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की भी गुहार लगाई है साथ ही समस्या का निराकरण न होने पर इसके खिलाफ निर्णायक आंदोलन का बिगुल बजाने की भी चेतावनी दी है।