सेंट मेरिज स्कूल की कारस्तानी मुख्य सड़क पर बहाया जा रहा है स्कूल परिसर का पानी।

स्कूल प्रबंधन व प्रिन्सिपल सही जबाब न दे कर रहे मनमानी
ग्लोबलटाइम्स -7डिजिटलन्यूज नेटवर्क लल्लन बागी बलिया GT-70034
बलिया
बलिया ॥ रसडा बलिया रसड़ा-नगरा मार्ग के राघोपुर में स्थित सेंट मेरिज स्कूल के ग्राउंड मे वारिस के लगे पानी को मार्ग पर अन्यत्र न बहा कर सडक मार्ग पर बहाने के मनमाने रवैये से राहगीरों ददोपहिया वाहन चार पहिया वाहन से चलने वालो मे असंतोष व आक्रोश देखने को मिला।
आलम यह है कि बरसात के कारण स्कूल ग्राउंड (परिसर) मे पानी लग जाता है वरसात का पानी खेतों में बहाने के या अन्यत्र कही निकालने के बजाय, रसड़ा-नगरा के मुख्य मार्ग पर बैरेकेटिंग लगाकर बहाने से आने-जाने वाले वाहनों एवं राहगीरों को भारी दुश्वारियां उठानी पड़ रही है।
कुछ राहगीर तो पानी के छपाके लगाते जब तक ग्राउंड का पानी बहाते रहे चले जा रहे थे किंतु कुछ वाहन चालकों ने सड़क पर पानी बहाने से दुर्घटना घटना हवाला देकर मना कर रहे थे कि सडक मार्ग पर पानी न बहाया जाय। तो विद्यालय के कर्मचारी कि तो अनसुनी कर बेतुका जबाब देकर या उलझ जा रहे थे मनमाने तौर पर सड़क पर पानी बहाते रहे। जब तक की ग्राउंड का पानी निकल न गया।
इस गंभीर समस्या ग्राउंड का पानी को सडक मार्ग पर किसके कहने किसके आदेश से बहाया जा रहा है स्कूल के गार्ड से पूछे जाने पर बताया कि पानी बहाने व पानी निकलने के लिए सड़क तोड़ रहे हैं और इस पर पानी गिराया जा रहा तो उसने कहा फादर व सिस्टर के आदेश पर यह किया जा रहा है। इस संबंध मे स्कूल पर हमने मोबाइल से सम्पर्क किया और दुर्घटनाओं को हवाला देते हुए उनके पक्ष जानना चाहा मगर स्कूल से कहा गया कि हम इस विषय पर कोई जबाव नहीं देंगे।
आलम यह रहा कि सड़क पर पाइप लगाकर पानी बहाने से कई बाइक सवार चोटिल होते-होते बचे तो वहीं रोड पर बैरेकेटिंग लगा दिये जाने से बड़े वाहनों को आवागमन में काफी असुविधा होती रही किंतु प्रधानाचार्या सहित विद्यालय के प्रबंधक को इसका संज्ञान देने के बावजूद मुख्य सड़क पर ही पानी बहाने का कार्य किये जाने से किसी बड़ी दुर्घटना का अन्जाम या तो इंतजार किया जा रहा।
जब पूरा देश स्वतंत्रता की 75 वीं अमृत महोत्सव मना रहा था तो राघोपुर स्थित यह स्कूल ने इसाइयत या तुगलकी फरमान जारी करते हुए नौनिहालों को ध्वजारोहण से वंचित कर दिया था उस समय से ही स्कूल प्रबंधन देश विरोधी कार्य करते रहते हैं।
वहीं प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया का दावा करते हैं। किन्तु इस देश मे वोट के लिए कितना भी देश भक्त हो राष्ट्र भक्त हो चाहे ये इसाई विदेशी मूल या मुस्लिम, मुस्लिममूल्क का बिचारक हो
इसको बढ़ावा देते रहते है। अंकुश लगाने मे इनकी छक्का छूट जाती है। इसके लिए काफी लोग जागरूक हुए मगर सेंट मैरिज स्कूल आजतक डिजिटल पेमेंट से परहेज़ करता हैं।
इस पूरे प्रकरण में एसडीएम रसड़ा को संवाददाता ने ध्यान स्थिति की अवगत कराते हुए आकृष्ट कराया। एस डी एम आश्वासन दिया कि जल्द ही इस संबंध संज्ञान लेकर कुछ करते हैं।