बिल्हौर में रू 4.50 लाख की खर्च से बनेंगे रसगुल्ले,बजेगी शहनाई एवं बैंड बाजा

मुख्यमंत्री विवाह योजना खुलेआम गढबढ झाला
:- मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन में 7फरवरी को मौलवी पढ़ेंगे निकाह,पंडित जी करेंगे मंत्रोच्चार होगा 75 विवाह सम्पन्न
:- सम्मेलन में सरकार द्वारा पात्र जोड़े कन्या पक्ष लाभार्थियों को रू 51हजार रूपयों की भी मिलती है आर्थिक सहायता,लाभार्थी पाते रु 31हजार नकद,रू 20 हजार में पायल बिछिया,बर्तन व खान पान
Global Times7 News Network
Lucknow Uttar Pradesh
ALOK MISHRA!
शासन द्वारा गरीब व निर्धन परिवारों के लिए महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना संचालित की जा रही है,जहां ब्लाकों में विवाह कार्यक्रमों के आयोजन हेतु व्यापक पैमाने पर विवाह कार्य भी कराये जा रहे हैं, जहां गांवों के निर्धन व गरीब तबके के लोग लाभान्वित होते दिखाई दे रहे हैं। लेकिन सवाल यह भी उठता है कि क्या सरकार की महत्वाकांक्षी योजना पटल पर कितने मायने रखती है और लाभार्थियो के प्रति योजनाएं कितना कारगर साबित हो रही है,यह बहुत ही सोचनीय व विस्मृत कर देने वाली बातें सामने आ रही है ।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जहां गांवों से चयनित पात्र लाभार्थियों को मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले लाभार्थियों को सरकार द्वारा आर्थिक सहायता राशि के रूप में 51हजार रूप की धनराशि प्रदत्त की जाती है,लेकिन लाभार्थियों को 31हजार रूपये की आर्थिक सहायता राशि खाते में भेजी जाती है, जिसमें कि 20हजार रूपये की धनराशि में लाभार्थियों को पायल बिछिया,बर्तन,खान पान व साज सज्जा में खर्च होता है, जिससे कि लाभार्थियों को 31हजार रूपये नकद सहायता राशि सीधे तौर पर खाते में मिल पाती है।
बिल्हौर ब्लाक में 7 फरवरी को 75 जोड़े लाभार्थी विवाह सम्मेलन में बने पात्र, समाज कल्याण अधिकारी पंचायत ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन कार्यक्रम के संदर्भ में जब बिल्हौर सहायक पंचायत अधिकारी समाज कल्याण संजय गुप्ता से जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया विकास खंड में अभी तक 75 जोड़े पात्र लाभार्थियों के दस्तावेज ही प्राप्त हो सके हैं,पूंछे जाने पर उन्होंने बताया कि लाभार्थियों को सरकार द्वारा जारी आर्थिक सहायता धनराशि के रूप में रू 51हजार मिलती है,लेकिन रू 31 हजार रुपए की ही आर्थिक सहायता राशि लाभार्थियों को भेजी जाती है, जहां रू 20हजार में छह हजार रुपए के खर्च से पायल,बिछिया व दस हजार रुपए के खर्च बर्त्तन व बाकी शेष धनराशि को खान पान व साज सज्जा में खर्च इत्यादि विषयों में कटौती की जाती है ।
बिल्हौर विकास खंड में 75 जोडे लाभार्थियों के लिए रु 4.50 लाख रुपए खर्च की अल्पकालीन निविदा भी हुई जारी
मुख्यमंत्री विवाह योजना कार्यक्रम में होने वाले यदि खर्च की बात कही जाए तो बिल्हौर विकास खंड से देखा जा सकता है,जहां 26जनवरी के दैनिक समाचार पत्र में निविदा सूचना पत्रांक का प्रकाशन हुआ जिसमें दर्शाया गया कि रु 4.50 लाख के खर्च से 75जोडों का विवाह सम्मेलन में सम्पन्न हो सकेगा। जिसमें कि 7 फरवरी को आयोजित होने वाले विवाह सम्मेलन में रु 4.50लाख खर्च में पंडित,मौलवी,नाई, टेंट,जनरेटर, खान पान, पांडाल व्यवस्था आदि का 75 जोड़े में खर्च आयेगा। जिसकी निविदा 2 फरवरी को ब्लाक में भी खोल दी गई।
प्रति लाभार्थी रू 20हजार व सरकार के खाते से भी सीधे विवाह का खर्च धड्डले से निकाला जा रहा
एक ओर विवाह सम्मेलन में सरकार द्वारा मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि में 51हजार रुपए मिलती है जहां प्रति लाभार्थियों 20हजार रुपए उनसे कार्यक्रम में खर्च होने के लिये जाते हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार के खाते से भी खर्च हेतु निविदा सूचना आमंत्रित की जाती है,जहां चौंकाने व अचंभित कर देने वाला जैसा तथ्य सामने आ रहे है, वहीं उक्त विषय पर बहुत ही बड़ा सवाल, विचारणीय प्रश्न भी खड़ा हो जाता है,
यदि विल्हौर बिकाश खंड के 75जोडे के विवाह सम्मेलन में होने वाले खर्च को देखा जाए तो बीस हजार रुपए प्रति लाभार्थी के मुताबिक 15लाख की धनराशि सीधे तौर पर देखी जा सकती है,बाकि सरकार से भी खर्च प्राप्त की जा रही है ।अब यह देखना होगा कि ऐसे मामलों में क्या शासन व प्रशासन इस ओर कोई ध्यान आकर्षित करते हुए को विचार करने का प्रयास करेंगे या फिर सिर्फ कमीशन खोरी व बंदरबांट कर योजनाओं का लाभार्थियों तक पहचाये जाने सिर्फ ढिंढोरा ही पीटा जा सकेगा