विधिक साक्षरता शिविर का हुआ आयोजन

ग्लोबल टाइम्स -7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क तहसील रसड़ा सुनील कुमार
रसड़ा (बलिया) साइबर क्राइम कोरोना की तरह है जिसका कोई इलाज नहीं है सावधानी ही बचाव है।उपरोक्त बातें अपर जनपद न्यायाधीश नरेंद्र पाल राणा ने रामदल सूरज देव पीजी कॉलेज पकवाइनार में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने बताया कि छोटे-मोटे विवादों का सुलह समझौते के आधार पर लोक अदालत के माध्यम से समाधान किया जाता है ।आगामी 11 फरवरी को लोक अदालत आयोजित होने वाला है उन्होंने पैरा लीगल वालंटियर्स को निर्देश दिया कि वे गांव-गांव में जाकर लोक अदालत के बारे में लोगों को जागरूक करें ।हर एक कमजोर व्यक्ति को कानून की मुफ्त सहायता मिले ।यह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का लक्ष्य रहता है। ।उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर नालसा प्रांतीय स्तर पर सालसा एवं जिला स्तर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं तहसील स्तर पर तहसील विधिक सेवा समिति कार्य करती है। जिसमें वॉलिंटियर्स सरकारी योजनाओं का प्रचार करने के साथ-साथ कमजोर व्यक्ति को कानून की मुफ्त सहायता दिलाने का प्रयास करते हैं। उपरोक्त कार्यक्रम उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार एवं जनपद न्यायाधीश जितेंद्र कुमार पांडे के कुशल मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है।
निवर्तमान चेयरमैन वशिष्ठ नारायण सोनी ने कहा कि निशुल्क विधिक सहायता प्राप्त करने का प्रत्येक व्यक्ति को अधिकार प्राप्त है ।त्वरित न्याय दिलाना ही लोक अदालतों का उद्देश्य रहता है। उन्होंने कहा कि शिविर के माध्यम से लोगों को कानून की सही जानकारी देना ही लक्ष्य रहता है।
तहसीलदार संजय कुमार सिंह ने कहा कि मुकदमों से बचने के लिए सुलह समझौता ही सर्वोत्तम विकल्प है यदि प्रारंभ में ही सुलह समझौते एवं संयम विवेक का सहारा लिया जाए तो निश्चित तौर पर मुकदमों की जटिलता से बचा जा सकता है ।उन्होंने सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि गांव के स्कूल चारागाह आदि सार्वजनिक जमीनों को कब्जा मुक्त रखने पर बल दिया। कहा कि यदि व्यक्ति अपने हक हिस्से की हदबंदी में रहकर जीवन निर्वाह करें तो इससे भी विवादों का बोझ कम होगा।
उप जिलाधिकारी सर्वेश यादव ने ने छात्रों से कहा कि वह लक्ष्य के प्रति समर्पित रहे और हर फील्ड की जानकारी रखें। उन्हें विधिक जानकारी का भी ज्ञान होना चाहिए ।लोग आपसी झगड़ों का निपटारा मिल बैठकर करें ताकि पीड़ितों को अनावश्यक रूप से न्यायालय का चक्कर न लगाना पड़े। उन्होंने कहा की महिलाओं के उत्पीड़न, बच्चों के यौन उत्पीड़न, भ्रूण हत्या सहित संवैधानिक विधियों बिंदुओं का उल्लेख करते हुए इसकी रोकथाम के लिए महिलाओं व बच्चों के प्राप्त अधिकारों पर बल दिया।
कालेज के निदेशक शिवेंद्र बहादुर सिंह ने उपस्थित छात्राओं का आवाहन किया की वे अगर कठिन परिश्रम करें तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है उन्होंने कहा कि कॉलेज से पढ़कर निकलने वाले छात्र ही आईएएस पीसीएस बनते हैं इसलिए छात्रों को अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। विधि संकाय के प्रोफेसर श्री प्रशांत ने सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वह लोगों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करें और कानून की जानकारी रखें।
कार्यक्रम के प्रारंभ में आगंतुक अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण किया ।कॉलेज के प्रबंधक मृगेंद्र बहादुर सिंह ने अतिथियों का माल्यार्पण कर एवं अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में श्याम कृष्ण गोयल ,श्रीमती मीना अग्रवाल, गोपाल जी, अशोक शर्मा, विवेकानंद तिवारी, राजेश शर्मा ,नमो नारायण यादव, अशोक शर्मा, विनोद शर्मा ,गोपाल जी ,जय प्रकाश यति ,परविंदर शर्मा पैरा लीगल वालंटियर उपस्थित रहे।