थाना गाजीपुर के थानाध्यक्ष के लगातार नए नए कारनामे खुलकर आ रहे सामने आखिर इसका कौन है जिम्मेदार?

थाना गाजीपुर में तहरीर दिए जाने के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्यवाही न होने के कारण पीड़ित न्याय की उम्मीद लेकर पहुंचा पुलिस अधीक्षक की चौखट पर
Ashish singh
District correspondent
Global times 7news network
जनपद के अंदर गाजीपुर थाना ही एक सुरक्षित थाना जहां अपराध करने के बाद भी नहीं मिलती कोई सजा क्योंकि अपराध करो और थानाध्यक्ष को धन दो और सारे अपराध माफ–सूत्र
फतेहपुर जनपद के खागा कोतवाली के बलरामदास का पुरवा के निवासी धर्मेंद्र सिंह पुत्र स्व० मान सिंह पुलिस अधीक्षक को तहरीर देते हुए बताया कि उसके छोटे भाई महेंद्र की शादी गाजीपुर थाना क्षेत्र के सरकी गांव के अंजू देवी पुत्री राजाराम के साथ हुई थी।जहां पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी उसके छोटे भाई को अपने गांव अर्थात मायके सरकी में रहने के लिए दबाव लगातार बनाती थी।जिसके लिए पीड़ित का भाई तैयार नहीं हुआ था जिस बात को लेकर कई बार कहासुनी भी हुई थी।पीड़ित ने बताया कि जब उसका भाई अपने ससुराल में रहने के लिए तैयार नहीं हुआ तो उसकी पत्नी अंजू देवी पीड़ित के भाई को जान से मारने की धमकी लगातार देती रहती थी और नाराज होकर अपने गांव चली गई जिस बात को पीड़ित का भाई अपने घर में जानकारी भी दी थी वहीं पीड़ित ने बताया कि 13 दिसंबर को अंजू देवी उसके गांव बलराम दास का पुरवा मजरे मझटेनी खागा कोतवाली के निवासी रिश्तेदार जीजा रामसनेही पुत्र स्व0 गोला सिंह यादव के जरिए षड्यंत्र रचकर पीड़ित के भाई महेंद्र कुमार को अपने मायके बुलाया।जहां पीड़ित को 14 दिसंबर को समय करीब 11 बजे के आस पास फोन के जरिए सूचना प्राप्त हुई कि उसके भाई की तबियत अचानक से खराब हो गई है और उसे सदर अस्पताल ले जाया जा रहा है।जहां पीड़ित अपने भाई अनिल कुमार और बिपिन कुमार के साथ सदर अस्पताल पहुंचा जहां पीड़ित के भाई महेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी अंजू देवी व रामसनेही से अवैध संबंध हैं जहां रामसनेही ससुर राजाराम, सास रज्जन देवी व साला लवकुश ने एक साथ मिलकर उसे जान से मारने के प्रयास से जहर दे दिया है।पीड़ित के मुताबिक उसके भाई को इलाज के लिए कानपुर ले जाते समय वह रास्ते में ही दम तोड दिया जिसका पोस्टमार्टम भी हुआ है।पीड़ित ने बताया कि उपरोक्त घटना की जानकारी जब गाजीपुर थाना में दी गई तो वहां की पुलिस के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।ज्ञातव्य हो कि इतनी समय थाना गाजीपुर के थानाध्यक्ष तथा वहां की पुलिस काफी तेजी के साथ सुर्खियों बटोर रही है।आए दिन इस थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोई न कोई घटना सुनने को अवश्य मिल जाता है और थाना प्रभारी के द्वारा धन का चढ़ावा पाकर मामले को रफा दफा कर दिया जाता है।आखिर गाजीपुर थाना प्रभारी ऐसा क्यों करते हैं यह तो वह स्वयं समझदार हैं इतना ही नहीं इस थाना क्षेत्र में यह बात भी काफी तेजी के साथ फैली हुई है कि अगर किसी को भी कोई घटना करना है तो वह गाजीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कर सकते हैं क्योंकि वहां के थाना प्रभारी को मात्र धन का चढ़ावा दे दो तो हर एक अपराध माफ हो जाते हैं।इसी लिए तो थाना प्रभारी आज तक कई बड़ी घटनाओं का खुलासा नहीं कर पाए।अब आखिर देखने व समझने वाली बात यह होगी कि उपरोक्त घटना में उक्त आरोपियों पर थाना प्रभारी क्या ठोस कार्यवाही करते हैं या फिर धन का चढ़ावा पाकर इस मामले को जस के तस रफा दफा कर दिया जाएगा??