उत्तर प्रदेशलखनऊ

मथुरा रेलवे RPF में लगभग 6साल से सेवा देने के बाद डॉग डॉन सेवानिवृत्त

रेलवे आरपीएफ टीम के साथ 6 साल से सेवा दे रहे डॉग डॉन नीलाम


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Network Mathura


मथुरा. आरपीएफ के साथ पिछले छह साल से अपराधियों को पकड़ने में अहम जिम्मेदारी निभा रहा डॉग ‘डॉन’ अब सेवानिवृत्त (रिटायर) हो गया है. लैब्राडोर प्रजाति के डॉन ने अपने छह साल के कार्यकाल में करीब डेढ़ दर्जन से अधिक चोरी एवं अन्य अपराधिक वारदातों का खुलासा किया है, लेकिन अब मेडिकल में अनफिट होने के कारण औपचारिकता पूरी करते हुए बीते मंगलवार से उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं.


सेवा समाप्त होने के साथ ही डॉग डॉन की नीलामी कर दी गई है जिसमें उसे मथुरा के ही रहने वाले एक व्यक्ति ने खरीदा है. लिहाजा अब आरपीएफ का यह डॉन नए परिवार के साथ रहेगा. बताया जा रहा है कि सात वर्षीय यह डॉग तीन महीने का था जब इसे वर्ष 2015 में आरपीएफ के लिए सलेक्ट किया गया था. जहां 2016 में रेलवे सुरक्षा बल के श्वान दस्ता में शामिल होने के बाद डॉन को ट्रेनिंग के लिए तमिलनाडु भेजा गया था. डॉन तमिलनाडु में छह महीने की ट्रेनिंग के बाद श्वान दस्ते में शामिल होकर आरपीएफ के जवानों के साथ अपराधियों को पकड़वाने और उन्हें ढूंढने में अपनी भूमिका निभाने लगा
डॉन को कमांड देने वाले हैंडलर एएसआई राम गोपाल ने बताया कि डॉन की देखभाल और डाइट के लिए प्रति माह 10,000 रुपया खर्च किया जाता था. उसको बाकी सुविधाएं एक राजपत्रित अधिकारी के समान मिलती थीं. उन्होंने बताया कि डॉन की रीढ़ की हड्डी में कुछ परेशानी आने की वजह से 12 सितंबर, 2022 को उसे मेडिकल में अनफिट कर दिया गया था. क्योंकि जंप करने और दौड़ने में उसे काफी परेशानी होने लगी थी. 31 अगस्त, 2025 में डॉन को सेवानिवृत्त होना था, लेकिन उसकी कंडीशन को देखते हुए 13 दिसंबर, 2022 को ही रिटायर करने के साथ-साथ नीलाम भी कर दिया गया.
10,550 रुपये में हुई डॉन की नीलामी
डॉन को खरीदने के लिए आगरा और मथुरा के चार लोग नीलामी प्रक्रिया में शामिल हुए थे. डॉन के लिए बोली छह हजार रुपये से शुरू की गई. यह बोली लगते-लगते 10,550 रुपये पर जाकर रुकी. डॉन को मथुरा के गोवर्धन चौराहा निवासी वरुण सक्सेना ने खरीदा. जिसके बाद डॉन को श्वान दस्ता के स्टाफ के द्वारा गले में फूल-माला पहनाकर विदाई दी गई. डॉन की विदाई से सभी की आंखें नम हो गईं.
श्वान दस्ता में तैनात दिनेश भारद्वाज ने बताया कि मथुरा के आरपीएफ श्वान दस्ता में डॉन और टॉम दो डॉग थे, लेकिन अब डॉन के रिटायरमेंट के बाद मथुरा आरपीएफ में केवल एक ही डॉग बचा है.
वहीं, नीलामी के दौरान डॉन को लेने वाले वरुण सक्सेना ने बताया कि वो लंबे समय से डॉग लवर हैं. उन्होंने अभी तक स्ट्रीट डॉग पाले हैं. उन्हें रविवार को पता चला कि आरपीएफ में लैब्राडोर प्रजाति डॉन की नीलामी होने जा रही है तो मंगलवार को वो आरपीएफ के डॉग दस्ता पहुंचे और वहां होने वाली डॉन की नीलामी प्रक्रिया में शामिल हो गए. डॉन को देखते हुए वो बोली को लगातार बढ़ाते चले गए और 10,550 रुपये में डॉन को खरीद लिया और उसे अपने साथ अपने घर ले गए.

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