स्वास्थ्य सेवाएं धड़ाम:बिल्हौर में स्वास्थ्य उप केंद्र साबित हो रहे सफेद हाथी !

चिकित्सा प्रभारियों की तगड़ी सेटिंग के चलते स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात डाक्टर हुए लापता!
ग्लोबल टाइम्स-7 न्यूज नेटवर्क टीम
आशीष राजपूत
संवाददाता
बिल्हौर
कानपुर ।
जहां एक ओर सूबे के डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थों को लेकर कड़े निर्देश व औचक निरीक्षण कर जमीनी हकीकत पर सच्चाई
परखने के लिए तरह तरह से क्रियाकलापों का प्रयास कर लापरवाह लोगों पर पेंचकर कठोर कार्यवाही सुनिश्चित करते नजर आ रहे हैं,
लेकिन जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य कर्मी व डा स्टाप सुधरने का नाम ही नहीं ले रहें हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य केंद्रों की बहुत ही दयनीय स्थिति है, जहां लाखों करोड़ों रुपए खर्च कर सरकार ने अच्छी खासी बिल्डिंग तो बनवा दिया लेकिन उनँकी देखभाल करने व ग्रामीणांचलों में लोगों सुविधाएं मुहैया कराने हेतु डाक्टरों के तैनाती केंद्रों से लापता रहने पर ग्रामीणांचलों के मरीजों को बहुत ही कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है,
एक ऐसा ही
जनपद के बिल्हौर तहसील क्षेत्रके बढ़िया सुजावलपुर से जुडा है जहां सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च करने के बावजूद भी प्राथमिक स्वास्थ्य उप केंद्र में आज भी ताला लटक रहा है । और डाक्टर हमेशा नदारद रहते हैं । मालूम हो कि बिल्हौर तहसील के
इस उप केंद्र के अन्तर्गत आने वाले गांव बदन निवादा, खजुरिया निवादा, पड़रहा, रामबक्स पुरवा, गड़डियन पुरवा, आदि गांव के लोग अपना इलाज करवाने के लिए लगभग 5 से 6 किलोमीटर जाने को आज भी मजबूर हैं, जोकि उप स्वास्थ्य केन्द्र गांव में ही बना है,और सफेद हांथी साबित हो रहा है,
जबकि सरकार ने लाखों रुपए की लागत से बनवाया स्वास्थ्य उप केंद्र यहां के ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया हो सके, मगर यहां स्वास्थ्य उप केंद्र एक सफेद हाथी की तरह साबित हो रहा है, ग्रामीणों द्वारा जानकारी के चलते जबकि इस केंद्र पर सुमन लता की तैनाती होने के बावजूद भी आज तक यहां ताला तक नहीं खुला है । और गांव में अच्छी खासी बिल्डिंग बने होने से कोई लाभ नहीं है!
