जाको राखे साइयां मार सके ना कोय चाहे सब जग बैरी होय

*नवजात शिशु को अज्ञात ने नदी किनारे झाड़ियों में डाला*
*खुले में पड़े रो रहे बच्चे को देख लोगों ने थाने के किया सुपुर्द शिशु स्वस्थ्य*
*जीटी -7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, राम प्रकाश शर्मा। 11 नवंबर 2024*
*#बिधूना,औरैया।* कुदरकोट कस्बे में नदी के किनारे झाड़ियों में बीती रात एक नवजात शिशु को पड़ा रोते देख शौचक्रिया के लिए गए लोगों ने आनन-फानन उसे पुलिस थाने के सुपुर्द किया। पुलिस की महिला सिपाही द्वारा उसे एंबुलेंस के माध्यम से तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना उपचार के लिए भर्ती कराया गया जहां शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है। वहीं इस घटना से जाको राखे साइयां मार सके ना कोय वाली कहावत भी स्पष्ट रूप से चरितार्थ हो रही है। .प्राप्त जानकारी के अनुसार बिधूना तहसील क्षेत्र के कुदरकोट थाना क्षेत्र के अंतर्गत कस्बा कुदरकोट निवासी मोहम्मद अहमद खान बीती रात लगभग 11 बजे शौच क्रिया के लिए गांव के बाहर स्थित पुरहा नदी के किनारे अलोपा देवी मंदिर के पीछे झाड़ियों में गया हुआ था तभी पुलिया के समीप झाड़ियों में किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनकर वह वहां गया जिस पर उसने वहां पर एक नवजात शिशु को पड़ा देखा जिस पर उसके द्वारा तत्काल इसकी सूचना अपनी मां गुड्डी बेगम को दी गई। बेटे की सूचना पर गुड्डी बेगम भी तत्काल मौके पर पहुंच गई और नवजात शिशु को उठाकर थाना कुदरकोट ले गई। बाद में पुलिस द्वारा इसकी सूचना कंट्रोल रूम के अलावा चाइल्ड केयर हेल्पलाइन को दी गई जिस पर वहां पहुंची एंबुलेंस के माध्यम से थाना की महिला सिपाही ईशा सिंह उसे उपचार के लिए तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना लेकर पहुंची जहां चिकित्सकों ने उसे बेहतर उपचार दिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्टाफ नर्स हेमवती ने बताया कि महिला सिपाही ईशा सिंह लगभग 12:30 बजे बच्चों को लेकर अस्पताल आई थी शिशु पूरी तरह से स्वस्थ है। बताया गया है कि उक्त नवजात शिशु को अपनाने के लिए औरैया कंट्रोल रूम में तैनात हेड कांस्टेबल संजय बाबू भी प्रमुख रूप से प्रयासरत है लेकिन फिलहाल किसी वैधानिक प्रक्रिया के बाद ही उक्त नवजात शिशु को किसी को सौंपे पर जाने की तैयारी है। हालांकि इस घटना से जाको राखे साइयां मार सके कोय वाली कहावत बिल्कुल चरितार्थ होती साबित हो रही है।