रेलवे का काम बताकर गरीब किसानो की भूमि पर निर्माण सामग्री जमा किये ठेकेदार धान की रोपाई न होने से
धान की रोपाई न होने से परिवार चलाने का संकट

*रेलवे का काम बताकर गरीब किसानो की भूमि पर निर्माण सामग्री जमा किये ठेकेदार*
*धान की रोपाई न होने से परिवार चलाने का संकट*
*अधिकारियो को पत्र देकर न्याय की करेगे मांग*
*ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम कंचौसी औरैया उप्र. विशेष संवाददाता सुरेश यादव।*
रेलवे चारदीवारी निर्माण को लेकर पिछले दो माह से कंचौसी फफूंद स्टेशनो के मध्य दक्षिणी दिशा मे सीमेंट लोहे के बजनदार खंभे खडे कर जेसीबी हाइड्रा से पटिया फंसा कर सीमेंट गिट्टी मौरम से कुछ दीवार निर्माण किया गया है। शेष हिस्से मे कंचौसी ढिकियापुर घसा का पुरवा दिबियापुर आदि के आधा सैकडा किसानो के खेतो मे मलवा जगह-जगह जमा है इसकी लम्बाई दो किलोमीटर से अधिक है,जिसे गर्मी के समय खाली खेतो मे ट्रक डम्पर टैक्टर आदि से ले जाकर बिना कृषको की सहमति से जबरदस्ती ठेकेदार के लोगो द्वारा डाल दिया गया था। जब खेत मालिको ने इन लोगो को रोका तो उन्होने रेलवे का काम बताकर फसल बोने से पहले जगह खाली करने का भरोसा देकर साइड से वापस कर दिया।और यह कहा कि,यह रेलवे का काम है होने दो नही तो फंस जाओगे। लेकिन कुछ निर्माण होने के बाद बारिश का पानी भर जाने से निर्माण बंद हो गया। लेबर मशीन ठेकेदार साइड से जमीन मे मलवा छोड नदारत हो गये। जो अब आसपास भी नही दिखाई दे रहे है । जिनमे कुछ ठेकेदार के स्थानीय लोग भी बताये जा रहे है ।
किसान बन्ना लाल राधेश्याम हीरादेवी श्याम सुंदर रबी मुन्ना लाल रमाकांत सियाराम रामस्वरूप जहीर खान ग्यान सिंह कटोरी देबी आदि सैकडो छोटे किसानो के खेत मे मलवा जमा होने से धान की रोपाई बंचित है। जहां धान के बाद गेंहू की फसल बुआई कर पाना असम्भव है। क्योकि यहां अधिक समय जल भराव रहता है, जहां किसी तरह की बडी गाडी नही पहुंचेगी। जिससे उनके सामने रोजी रोटी का संकट खडा हो गया है ।
परेशान किसानो का कहना है कि वह उन कंचौसी स्टेशन के पास रह रहे ठेकेदार के लोगो की लिखित शिकायत जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक औरैया, को देकर नुकसान की भरपाई कराने के साथ जमा मलवा हटाने की मांग करेगे। जो बाहरी ठेकेदार के साथ हमारे खेतो मे मलवा यह कह कर जमा करा रहे थे कि, यह रेलवे का काम है विरोध मत करो शीध्र हट जायेगा । लेकिन अब साइड पर नही दिखाई देते।इनको वह अच्छी तरह जानते है जब कि मुख्य ठेकेदार कभी निर्माण स्थल पर नही आया ।न अब आसपास दिखाई दे रहा है मायूस किसान परेशान है जिनके नुकसान की भरपाई करने की जरूरत है ।