उत्तर प्रदेशलखनऊ

जागरूकता पखवारा के तहत आयोजित हुआ कार्यक्रम

प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण है बहुत जरूरी

अभियान का मुख्य उद्देश्य जनपद में प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित करना-सचिव रीना पांडे

जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो रिपोर्ट औरैया।
26 दिसंबर 2023

#औरैया।

आज मंगलवार को जनपद औरैया विकास खंड एरवाकटरा के गाँव कुदरकोट में अपेक्षा महिला एवं बाल विकास समिति द्वारा विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मीडिया नई दिल्ली के सहयोग से आयोजित एरवा कटरा विकास खंड में विज्ञान जागरूकता पखवारा में प्राकृतिक संसाधन एवं आजीविका संरक्षण हेतु महिला जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।

अभियान की संयोजिका रीना पाण्डेय ने बताया कि समिति द्वारा जनपद औरैया में प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं महिलाओ की आजीविका संरक्षण हेतु एक महीने की लगातार मुहिम जारी है इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनपद में प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करना है। समुदाय को जागरूक करने के लिए समिति विभिन्न जागरूकता शिविर, प्रशिक्षण कार्यक्रम, शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से स्वयं सहायता समूह से जुड़े सदस्यों एवं हितग्राहियों को संवेदित करने का कार्य करती है।
प्रकृति विज्ञान सखी सपना ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण क्यो जरूरी है हम देख रहे है कि प्राकृतिक संसाधनों का तेजी से गलत व विनाशकारी ढंग से शोषण करते जा रहे हैं, जिससे प्राकृतिक संतुलन बिगड़ने लगा है। यदि यह संतुलन नष्ट हुआ तो मानव का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जायेगा। हम सभी को एकजुट होकर संसाधनों के संरक्षण पर मुहिम लगातार जारी रखनी होगी ताकि इन संसाधनों को हम आने वाली पीढ़ी को भी सौंप सके क्यो कि मानव के अस्तित्व एवं प्रगति के लिए प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण व प्रबंधन बहुत आवश्यक है। समुदाय की उपस्थित महिलाओ से प्राकृतिक संसाधनों के संबंध में कुछ जानकारी ली गई, जिसमे अर्चना ने बताया कि खेत में रासायनिक उर्वरक का उपयोग को बंद करके गौसंरक्षण , जैविक कृषि, प्लास्टिक मुक्त गाँव से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता है। महिलाओ को आजीविका के लिए गाँव में ही विभिन्न कुटीर उद्योग के माध्यम से आजीविका में वृद्धि की जा सकती है। बैंक सखी मीना ने आजीविका संरक्षण के बारे में स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि गाँव में किचेन गार्डन, जैविक विधि से फसल उत्पादन, बैंक से लोन लेकर छोटे छोटे उद्यम जैसे दलिया, दाल, बेसन जो कृषि मे उपज कर रहे है। उनका मूल्य संवर्धन करके आजीविका की वृद्धि गाँव में ही किया जा सकता है, कहीं बाहर काम करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा। इस अवसर पर शिवा, रागिनी, नीलम, गायत्री, सपना, कश्मीरा, सावित्री, अर्चना, ममता, समिति सचिव रीना पाण्डेय, अंकिता, विष्णु , ओम नारायण, वीरेंद्र, सोनम, राधा प्रतीक आदि के सहित 88 लोग रहे।

Global Times 7

Related Articles

Back to top button