देश की सुरक्षा के लिए एक और भारत के लाल ने दिया बलिदान

आतंकियों के हमले में कुल पांच जवान हुए शहीद
ग्लोबल टाइम्स- 7 न्यूज़ नेटवर्क 0006
राकेश कुमार मिश्र
संवाददाता तहसील मैंथा
22 दिसम्बर 2023
# शिवली
कानपुर देहात, अपने देश और देश वासियों की तन मन से सुरक्षा करने के लिए सीमा पर तैनात पांच भारतीय जवान आतंकियों के हमले में वीरगति को प्राप्त हो गये, यह हृदय विदारक घटना गुरुवार की रात आतंकियों की सूचना मिलने पर सर्च आपरेशन के लिए जा रहे काफिले पर किए गए अचानक हमले में हुई , इन पांच शहीदों में एक शहीद गाँव भाऊपुर थाना चौबेपुर , कानपुर नगर का भी निवासी था | इस दुखद सूचना के मिलते ही पूरे गाँव में गमगीन माहौल है | प्राप्त विवरण के अनुसार लगभग 30 वर्षीय करन सिंह 2013 में सेना में भर्ती हुए थे आर. आर. बटालियन रहकर देश को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे थे जो वर्तमान में जम्बू काश्मीर मे तैनात थे, गुरुवार की रात पुंछ ज़िले के अन्तर्गत डेरा के जंगल में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने पर सर्च आपरेशन हेतु सैन्य कर्मियों के साथ बाहन पर सवार होकर जा रहे थे,बाहन के घने जंगलों के बीच पहुंचने पर आतंकियों द्वारा हमला कर देने पर जवाबी फायरिंग में अपने पांच साथियों सहित करन सिंह आतंकियों की गोलियों का निशाना बनकर देश के लिए शहीद हो गये, घटना की सूचना करन सिंह के सहकर्मी द्वारा गुरुवार रात लगभग 12 बजे पत्नी अंजू को केवल घायल होने की बात कहकर दी गई जिससे परिजनों में बेचैनी बढ़ गई और सही सूचना मिलने की बेसब्री से प्रतीक्षा करते रहे, आज जब उपजिलाधिकारी बिल्हौर शहीद के घर पहुँच कर शहीद होने की सूचना दी तो घर ही नहीं आस पास क्षेत्र में भी मातम फैल गया परिजनों का हाल बेहाल था, सभी शुभचिन्तको द्वारा परिजनों को ढाढस बंधाया जा रहा था | बताते चलें कि पिता बालक राम किसान हैं और परिवार में तीन बेटियां जिनमें दो बेटियों की शादी हो चुकी है तथा दो बेटे करन सिंह एवं अर्जुन सिंह हैं जिसमें बड़े बेटे करन सिंह सेना में कार्यरत थे, करन सिंह का विवाह लगभग सात वर्ष पूर्व अंजू के साथ हुआ था लगभग छै वर्षीय बेटी आर्या तथा दो वर्षीय बेटा आर्यन है, इस लोमहर्षक घटना से बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है |